वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वाराणसी में आज से बड़े स्तर पर सीरो सर्वे शुरू हो रहा, वहीं तीसरी लहर रोकने के मद्देनजर बीएचयू में 74 वैज्ञानिकों की टीम भी सीरो सर्वे में जुट गई है। पूर्वांचल के दस जिलों में इसकी शुरुआत की जा चुकी है, जिसमें बनारस में एक हजार और अन्य जिलों में 500-500 सैंपल टेस्ट किया जाएगा। शनिवार से सीरो सर्वे इन सभी जिलों में गति पकड़ लेगी। सर्वे बनारस सहित आजमगढ़, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, मऊ, चंदौली सोनभद्र, भदोही और मीरजापुर में किया जाएगा, जो कि अगस्त तक पूरा कर होगा। इसके बाद इसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्रालय और पीएमओ को भेज दी जाएगी। इस सैंपल टेस्ट में लोगों का एंटीबॉडी टेस्ट होगा। इस सीरो सर्वे में वैक्सीन लगवाने वालों का एंटीबॉडी टेस्ट नहीं किया जाएगा। इस सर्वे में केवल उन्हीं को शामिल किया जाएगा जो कोरोना से संक्रमित रह चुके हैं या कभी संक्रमित नहीं हुए हैं। इसके अलावा इसमें कोरोना के गैर-लक्षण वाले लोग भी आ जाएंगे। गाजीपुर स्थित गहमर गांव में पांच हजार से अधिक जनसंख्या है। कोरोना विस्फोट की स्थिति वहां पर बनी थी इस लिहाज से वहां पर एंटीबॉडी टेस्ट कई बेहतर परिणाम दे सकता है। सीरो सर्वे का नेतृत्व करने वाले बीएचयू के जीन विज्ञानी प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे ने कहा कि यहां पर सौ से अधिक लोगों की एंटीबॉडी टेस्ट की जाएगी। जिससे कई हैरतअंगेज परिणाम सामने आएंगे।