मैनपुरी। जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने मरीजों को बेहतर उपचार देने के निर्देश दिए। मरीजों के मिलने वाले भोजन की नियमित जांच कराने की जिम्मेदारी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को सौंपी। बेहतर कार्य करने वाले लोगों को प्रशस्ति पत्र दिए जाने का भरोसा दिया। डीएम ने कहा कि प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मरीजों को उपलब्ध कराये जा रहे नाश्ते, खाने की गुणवत्ता स्वयं चेक करें। आशा, संगिनी को उनके मानदेय का समय से भुगतान किया जाए। आशा, एएनएम, संगिनी के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए प्रेरित किया जाए। प्रसूताओं को जननी सुरक्षा योजना का लाभ दिया जाए। प्रसव के समय ही प्रसूता से बैंक का विवरण, आधार कार्ड की प्रति ली जाए और तत्काल भुगतान किया जाए। जिले में संचालित अल्ट्रासाउण्ड सेंटर का आकस्मिक निरीक्षण किया जाए। 10 प्रतिशत लोगों का रेंडम क्षयरोग की जांच की जाए, लोगों को आयुष्मान कार्ड बनवाने, कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने, टीकाकरण कराने के लिए जागरूक कराया जाए। पोषण पुनर्वास केन्द्र में अति कुपोषित, कुपोषित बच्चों को भर्ती करा उनके स्वास्थ्य में सुधार लाने में अच्छा कार्य करने वाले प्रभारी चिकित्साधिकारी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाए। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीपी सिंह, सीएमएस डॉ. अरविंद गर्ग, डॉ. एके पचौरी, क्षय रोग अधिकारी डा. आरपी सिंह, डॉ.आरके सिंह, डॉ. पपेंद्र कुमार, संजीव पांडेय, स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी रवींद्र गौर, संजीव कुमार आदि मौजूद रहे।