आगरा। ब्रज के आराध्य भगवान श्रीकृष्ण के जन्म महोत्सव की तैयारियां कान्हा की क्रीड़ा स्थली श्रीधाम वृंदावन में शुरू हो गईं हैं। यहां पीतल के लड्डू गोपाल की कलात्मक मूर्तियों के निर्माण में कुशल कारीगर दिन रात लगे हैं। मुरादाबाद, रामपुर और अलीगढ़ में ढली लड्डू गोपाल और राधाकृष्ण की कलात्मक मूर्तियों का सौंदर्य वृंदावन के कारीगर अपनी कला से और बढ़ा रहे हैं। बताया जाता है कि दिन रात की कड़ी मेहनत के बाद तैयार होने वाली भगवान श्रीकृष्ण, राधा और लड्डू गोपाल की मूर्ति भले ही कीमत में अधिक हों, बावजूद इसके भारत की तुलना में विदेशी श्रद्धालुओं में हस्तनिर्मित मूर्तियों की मांग अधिक है। भारतीय ही नहीं विदेशी भक्त भी इन मूर्तियों को खरीदकर ले जाते हैं। अमेरिका, आस्ट्रेलिया, कनाडा, रूस और इंग्लैंड के मूल निवासी के साथ-साथ खाड़ी देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीयों को वृंदावन में हाथों से बनीं मूर्तियां अधिक पसंद आती हैं। साथ ही वृंदावन में लगभग हर वर्ष 10 करोड़ रुपये से अधिक की मूर्ति का कारोबार होता है। पीढ़ी दर पीढ़ी मूर्ति निर्माण में लगे कारीगर राजेश वार्ष्णेय मुरादाबाद से पीतल लाकर वृंदावन में हाथों से लड्डू गोपाल, भगवान कृष्ण और राधा की मूर्तियां तैयार करते हैं। हस्तनिर्मित मूर्तियों का आकर्षण दर्शनीय होता है। काले मेटल की मूर्तियां भी बाजारों में आ रहीं हैं। इनकी मांग बढ़ी है। दूर-दराज के लोग लड्डू गोपाल लेने आते हैं। ब्रज में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। हर वर्ष की भांति इस बार भी मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर भव्यता दिखेगी। 30 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। उससे दो सप्ताह पहले ही प्रशासन और नगर निगम तैयारियों में जुट गया है। नगर आयुक्त अनुनय झा ने आदेश दिए हैं कि श्रीकृष्ण जन्मस्थान के चारों ओर सभी बिजली पोलों पर स्थायी तौर पर आधुनिक लाइट से सजावट की जाए। इसे लेकर नगर निगम ने प्रबंध शुरू कर दिए हैं।