वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक पाठ्यक्रमों में भी सेमेस्टर प्रणाली करने का निर्णय लिया है। यही नहीं इस बार चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश होगा। कुलपति की अध्यक्षता गुरुवार को हुई हेड-डीन की बैठक में नई शिक्षा नीति के अनुरूप स्नातक के पाठ्यक्रम को वर्तमान सत्र से ही लागू करने मंजूरी मिल गई। यही नहीं वाराणसी सहित चंदौली, भदोही, मीरजापुर व सोनभद्र जनपद के संबद्ध कालेजों में भी प्रभावी होगा। स्नातक का कोर्स अब चार वर्षीय होगा। हालांकि विद्यार्थियों को चार वर्ष पढऩे के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। अब स्नातक के छात्रों अपने संकाय से दो विषय का चयन करना होगा। वहीं एक विषय विद्यार्थी दूसरे संकाय से चयन कर सकता है। इसके अलावा इलेक्टिव विषय भी छात्रों को पढऩा अनिवार्य होगा। छात्रावासों में मेस के संचालन को लेकर अब तक कोई सहमति नहीं बनी। जबकि मेस संचालन की मांग को लेकर 18 अगस्त को देररात कुलपति आवास पर हंगामा किया था। छात्रों का कहना है कि मेस के नाम पर 45 दिन का शुल्क लिया गया और 30 दिनों में ही मेस का संचालन बंद कर दिया गया। जबकि वर्तमान में स्नातक व स्नातकोत्तर की परीक्षाएं भी चल रही है। दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि इस संबंध में वित्त विभाग से जांच कराई जा रही है।