लखनऊ। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के बीच में चक्रवाती तूफान के साथ ही भूकंप तथा अन्य प्राकृति आपदा की भी कहर चल रहा है। चक्रवाती तूफान ताउते के बाद अब यास चक्रवाती तूफान उत्तर प्रदेश को भी प्रभावित करेगा। इसके कारण लखनऊ सहित प्रदेश के दो दर्जन जिलों में जमकर बारिश होगी। प्रदेश में इसका असर 28 मई से होगा। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने दबाव के उत्तर-पश्चिम की ओर बढऩे के साथ आज सुबह इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने के बाद अगले 24 घंटे में इसके गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना जताई जा रही है। चक्रवाती तूफान ताउते के बाद अब बंगाल की खाड़ी से उठे यास तूफान को लेकर मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में अलर्ट जारी किया है। चक्रवाती तूफान यास का असर उत्तर प्रदेश में 28 मई से होगा। प्रदेश के बिहार से सटे जिलों में तेज हवाओं के साथ तेज बारिश की संभावना है। बीएचयू के पूर्व प्रोफेसर और मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि चक्रवाती तूफान यास 28 मई तक बिहार और उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगा। इसका बड़ा असर वाराणसी, गाजीपुर, प्रयागराज, लखनऊ और गोरखपुर से सटे जिलों में देखने को मिल सकता है। 28 से 30 मई तक इस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे। हवा में कम दबाव की वजह से नमी रहेगी, जिससे कई जगह तेज आंधी के साथ ही बारिश हो सकती है। प्रदेश में इससे पहले भी चक्रवाती तूफान ताउते के व्यापक असर से कई जिलों में तेज आंधी ने डेरा डाला था। इसके साथ ही चार-पांच दिन पर पश्चिमी और मध्य व पूर्वी उत्तर प्रदेश में बरसात हुई थी। तेज आंधी के कारण आम की फसल काफी प्रभावित हुई थी और अब यास के कारण भी इसको नुकसान की उम्मीद है।