प्रयागराज। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ राम वनगमन मार्ग का काम भी पूरा हो जाएगा। इस मार्ग के अंतर्गत भगवान राम से जुड़े 44 स्थानों को शृंग्वेरपुर से जोड़ा जाएगा। चार लेन वाली इन सड़कों के लिए राज्य योजना से बजट का इंतजाम किया जाएगा। अयोध्या से चित्रकूट के बीच राम वन गमन मार्ग का निर्माण शुरू है। चार चरणों वाली इस परियोजना पर कुल 3300 करोड़ रूपये की लागत आएगी। इस परियोजनों में भगवान राम से जुड़े 44 स्थलाें के विकास का काम भी शामिल हैं। प्रयागराज आए उप मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को इसकी समीक्षा की। उन्होंने अफसरों को सभी तरह की बाधा दूर कर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए। इसके बाद प्रेसवार्ता में बताया कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू है। अयोध्या में पंचकोसी यात्रा तथा रामवन गमन मार्ग का निर्माण कार्य भी इसी से जुड़ा है। मंदिर के शीर्ष पर रखे जाने वाले कलश के साथ अयोध्या में बन रहे पंचकोसी यात्रा तथा रामवन गमन मार्ग का भी निर्माण कार्य पूरा करा लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके पहले चरण में जेठवारा से अवतारपु के बीच निर्माण कार्य करीब पूरा है। दूसरे चरण में अवतारगंज से शृंग्वेरपुर होते हुए मूरतगंज, तीसरे चरण में मूरतगंज से समदाबाद तथा चौथे और अंतिम चरण में रेपुरा से चित्रकूट के बीच सड़क का निर्माण होना है। इसके बीच में शृंग्वेरपुर में सिक्स लेन के फ्लाईओवर का निर्माण कराया जाएगा। यह पुल 1200 मीटर लंबा होगा। बुजुर्गों के लिए इस पर रैंप भी होगा। इस परियोजना में कई बाईपास तथा यमुना नदी पर चार लेन का पुल भी प्रस्तावित है। उप मुख्यमंत्री ने बताया कि इस परियोजना के पहले चरण का काम करीब पूरा होने वाला है। शेष तीन चरणों के कार्र्यों की जल्द ही एक साथ आधारशिला रखी जाएगी। केशव प्रसाद ने बताया कि रामवन गमन मार्ग में पड़ने वाले 44 स्थलों को शृंग्वेरपुर से सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा। इसके लिए प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इन संपर्क मार्गों के लिए राज्य योजना से बजट का इंतजाम किया जाएगा। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि रामवन गमन मार्ग के निर्माण से अयोध्या, प्रयागराज, कौशाम्बी, चित्रकूट का विकास होगा।