गाजीपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश एवं प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के प्रांतीय आह्वान पर मंगलवार को सरकार की गलत नीतियों के विरोध में संविदा कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर राजकीय कार्य किया। शासनादेश की प्रतियां जलाकर अपने गुस्से का इजहार किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि मांगें पूरी होने तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा। 31 मई तक संविदा कर्मी विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन संविदा कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र शेखर सिंह ने कहा कि एनएचएम संविदा कर्मियों द्वारा बिना कोई साप्ताहिक अवकाश लिए लगातार कोविड ड्यूटी और राजकीय कार्य किया जा रहा हैं। लेकिन सरकार हम संविदाकर्मियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। यह विरोध प्रदर्शन 25 मई से प्रारंभ हुआ है, जो 31 तक पूरे जनपद में जारी रहेगा और सभी संविदा कर्मी काला फिता बांधकर कार्य करेंगे। कहा कि सरकार यदि समान कार्य समान वेतन, गृह जनपद स्थानांतरण, समायोजन और सभी एनएचएम कर्मियों को 25% प्रोत्साहन राशि की मांग पूरी नहीं करती है तो शीर्ष नेतृत्व के निर्देशानुसार आवश्यक कदम उठाया जाएगा। इस अवसर पर अनिल कुमार शर्मा, सुनील कुमार, रवि चौरसिया, राजेश कुमार, संदीप कुमार, प्रतिभा विश्वकर्मा, अरुण कुमार सिंह, पवन श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। उधर राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के प्रांतीय आह्वान पर जनपद शाखा द्वारा स्वास्थ्य कर्मचारियों काला फीता बांधकर कार्य करते हुए विरोध जताया। कर्मियों ने कोविड-19 में लगे सभी विभाग के कर्मियों को प्रोत्साहन भत्ता न दिए जाने व उनके परिवार जनों को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेशन न कराए जाने और कोविड से मृत होने की दशा में उनके आश्रितों को 50 लाख की धनराशि के लिए समय सीमा तय कर तत्काल सहायता उपलब्ध कराए जाने की मांग की। स्वास्थ्य केंद्र एवं फील्ड के सभी कर्मियों द्वारा काला फीता बांधकर कार्य किया। अपने-अपने स्वास्थ्य केंद्रों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शासनादेश की प्रतियां जलाई गई। सर्वप्रथम राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के मंडल अध्यक्ष डी.एस. राय द्वारा सहेड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर काला फीता बाधंकर विरोध प्रदर्शन व शासनादेश की प्रतियां जलाई गई। चेतावनी दी गई कि यदि हमारी मांगे पूरी नहीं होती है तो उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस विरोध जताने वालों में जिला मंत्री ओंकार नाथ पांडेय, बेसिक हैल्थ वर्कर्स संघ के संरक्षक एसपी गिरी, आलोक राय, लल्लन कुमार, प्रयोग शाला सहायक संघ के जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह, बेसिक हेल्थ वर्कस के प्रांतीय अध्यक्ष धनंजय तिवारी, चंदन कुमार, शिवम पांडेय, अंगद, दुर्गा, दीनानाथ कुशवाहा, लल्लन राम, विजय श्रीवास्तव रमेश कुमार, विजय तिवारी, अजित विजेता, अखिलेश सिंह, सुनीता, राजेश कुमार, संजय कुमार आदि उपस्थित रहे।