नई दिल्ली। स्वस्थ अर्थव्यवस्था और आत्मविश्वास में सुधार के अनुरूप 2022 में औसतन 8.6 फीसदी वेतन वृद्धि की उम्मीद है। यह 2019 के महामारी के पहले स्तर के बराबर होगी। डेलॉय के सर्वे के मुताबिक कॉरपोरेट जगत ने 2021 में अपने कर्मचारियों का वेतन औसतन आठ फीसदी बढ़ाया है। आईटी एकमात्र ऐसा क्षेत्र है, जिसमें कुछ डिजिटल/ई-कॉमर्स कंपनियों के सबसे ज्यादा वेतन वृद्धि देने की योजना के साथ दोहरे अंकों में वेतन वृद्धि की संभावना है। इसके उलट खुदरा, हॉस्पिटैलिटी, रेस्टोरेंट्स, बुनियादी ढांचा और रियल एस्टेट कंपनियां अपने कारोबार की गतिशीलता के अनुरूप सबसे कम वेतन वृद्धि दे सकती हैं। सर्वे के मुताबिक 92 फीसदी कंपनियों ने 2020 में सिर्फ 4.4 फीसदी वेतन बढ़ाया था। इस दौरान केवल 60 फीसदी कंपनियों ने वेतन वृद्धि की थी। 450 से ज्यादा कंपनियों के सर्वे के मुताबिक कंपनियां कौशल और प्रदर्शन के आधार पर वेतन वृद्धि में अंतर करना जारी रखेंगी। सबसे अच्छे प्रदर्शन वाले कर्मचारी औसत प्रदर्शन वालों से 1.8 गुना ज्यादा वेतन वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं।