नई दिल्ली। करीब तीन दशक से विश्व विख्यात पहलवान दे रहे छत्रसाल स्टेडियम में खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए हॉस्टल बनाया जाएगा। करीब 21 करोड़ रुपये की लागत से 16 माह में बनाए जाने वाले इस हॉस्टल की उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आधारशिला रखी। पांच मंजिला इस हॉस्टल में खिलाड़ियों व उनके कोचों के लिए 64 कमरे बनाए जाएंगे। हॉस्टल दो मैट वाले रेसलिंग हॉल, मेडिकल रूम, फिजियोथेरेपी सेंटर, जिम, स्टीम बाथ के साथ-साथ अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इस मौके पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि हॉस्टल बनने से खिलाड़ी अपने खेल व ट्रेनिंग पर अधिक ध्यान दे सकेंगे। छत्रसाल स्टेडियम अब तक कुश्ती में देश को पांच ओलंपिक मेडल दे चुका है। इन आधुनिक सुविधाओं, हॉस्टल और कोचिंग के साथ स्टेडियम में आगे भी देश के लिए विश्वस्तरीय पहलवानों को तैयार किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने खिलाड़ियों को भी सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि मेडल जीत कर लाने वाले खिलाडियों को सभी सम्मानित करते है व करोड़ों के इनाम देते है, लेकिन खिलाड़ियों की मेडल लाने से पहले मैदान में ट्रेनिंग के दौरान पसीना बहाने और स्ट्रगल करने करनके समस उनकी मदद दिल्ली सरकार करती है। उन्होंने साझा किया कि आगे बढ़ने की संभावना वाले खिलाड़ियों की दिल्ली सरकार ‘प्ले एंड प्रोग्रेस’ और ‘मिशन एक्सीलेंस’ कार्यक्रम के तहत बेहतर ट्रेनिंग, कोच और स्पोर्ट्स इक्विपमेंट्स के लिए आर्थिक मदद करती है। ‘प्ले एंड प्रोग्रेस’ कार्यक्रम के तहत दिल्ली सरकार जूनियर लेवल पर खिलाड़ियों को तरन लाख रुपये तक की मदद करती है, वहीं ‘मिशन एक्सीलेंस’ कार्यक्रम के तहत 17 साल से बड़े खिलाड़ियों को उनके प्रशिक्षण के दौरान 16 लाख रुपये तक की सहायता राशि दी जाती है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारे स्कूलों में खेलने को पढ़ना नहीं माना जाता है, जबकि खिलाड़ी का खेल ही उसकी असल पढ़ाई है। इसके लिए दिल्ली सरकार ने दिल्ली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी व दिल्ली स्पोर्ट्स स्कूल खोलने की तैयारी की है। इस यूनिवर्सिटी का उद्देश्य खिलाड़ियों को वर्ल्ड-क्लास सुविधाएं देना है। इस यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने वाले खिलाड़ियों के खेल को ही उनकी पढ़ाई मानी जाएगी।