नई दिल्ली। बायोटेक्नोलॉजी कंपनी नोवावैक्स इंक और इसके भागीदार भारतीय सीरम संस्थान (एसआईआई) ने बताया कि उन्होंने नोवावैक्स के कोविड-19 टीके के लिए आपातकालीन उपयोग की अनुमति की मांग करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को आवेदन भेजा है। एसआईआई और नोवावैक्स ने इसे लेकर एक बयान जारी किया है। बयान के अनुसार इस कोरोना रोधी टीके के लिए डब्ल्यूएचओ के पास भेजा गया यह आवेदन कंपनी की ओर से भारत के औषधि महानियंत्रक (डीसीजीआई) को भेजी गई पिछली नियामक प्रस्तुति पर आधारित है। नोवावैक्स के सीईओ स्टैनली सी एर्क ने कहा कि हमारे प्रोटीन आधारित कोविड-19 टीके की आपात आनुमति के लिए आज डब्ल्यूएचओ को भेजा गया यह आवेदन जरूरतमंद देशों में कोरोना वायरस टीका पहुंचाने और वितरण में तेजी लाने के रास्ते पर उठाया गया अहम कदम है। एर्क ने आगे कहा कि यह कदम नोवावैक्स के व्यावसायिक वैश्विक वैक्सीन कंपनी बनने की राह में कंपनी के सफर में मील का महत्वपूर्ण पत्थर है। यह वैश्विक सहयोग के मूल्य की प्रतिबद्धता को पुष्ट करता है। उन्होंने कहा कि महामारी को नियंत्रित करने के लिए कई दृष्टिकोणों की जरूरत है। बयान में कहा गया कि नोवावैक्स के कोरोना वायरस रोधी टीके को दो से आठ डिग्री सेल्सियस तक तापमान पर रखा जा सकता है। इससे इस टीके के संग्रहण और आपूर्ति के लिए विभिन्न देशों में मौजूदा वैक्सीन आपूर्ति के तरीकों और कोल्ड चेन चैनलों का उपयोग किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि डब्ल्यूएचओ को पास टीके के आपात उपयोग की मंजूरी के लिए आवेदन भेजने के आलावा नोवावैक्स और सीरम संस्थान ने पिछले महीने भारत, इंडोनेशिया और फिलीपीन्स में नियामक एजेंसियों द्वारा मांगे गए मॉड्यूल को जमा करने का काम पूरा कर लिया था।