मध्यप्रदेश की ग्रामीण पर्यटन योजना को मिला वर्ल्ड रिस्पांसिबल टूरिज्म अवार्ड
मध्य प्रदेश। मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड की ग्रामीण पर्यटन परियोजना को लंदन में वर्ल्ड ट्रेवल मार्ट (डब्ल्यूटीएम) वर्ल्ड रिस्पांसिबल टूरिज्म अवार्ड-2021 समारोह में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ‘सर्वश्रेष्ठ परियोजना’ का पुरस्कार प्रदान किया गया। इंटरनेशनल रिस्पांसिबल टूरिज्म केन्द्र ने यह पुरस्कार ‘पोस्ट-कोविड बेस्ट टूरिज्म स्पॉट डेवलपमेंट’ की श्रेणी में प्रदान किया। इसी सेग्मेंट में मध्यप्रदेश ग्रामीण पर्यटन को जोनल स्तर पर “स्वर्ण पुरस्कार” भी दिया गया। एक अन्य श्रेणी “पर्यटन में विविधता” के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की “महिलाओं के लिए सुरक्षित पर्यटन” परियोजना को बेस्ट प्रोजेक्ट पुरस्कार दिया गया। पर्यटन बोर्ड की ओर से प्रबंध संचालक राज्य पर्यटन विकास निगम एस विश्वनाथन और उप संचालक टूरिज्म बोर्ड युवराज पडोले ने पुरस्कार प्राप्त किया। समारोह में डब्ल्यूटीएम ने पर्यटन के क्षेत्र में मध्यप्रदेश की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और भविष्य में इन परियोजनाओं से होने वाले आर्थिक-सामाजिक परिवर्तन की आशा की। लंदन में यह समारोह एक से तीन नवंबर तक हुआ। प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति शिव शेखर शुक्ला ने पर्यटन विभाग की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में वैश्विक मंच से मध्यप्रदेश पर्यटन को सम्मानित किया जाना देश एवं प्रदेश के लिए गौरव का विषय है। वर्ल्ड रिस्पांसिबल टूरिज्म अवार्ड-2021 को प्रदान करने के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सभी देशों को चार जोन में विभाजित कर भारत, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप तथा मिडिल ईस्ट में जोनल स्तर पर ‘स्वर्ण पुरस्कार’ प्रदान किए जाते हैं। ‘स्वर्ण पुरस्कार’ प्राप्त परियोजनाओं में से सर्वश्रेष्ठ परियोजना का चयन कर अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार दिया जाता है, जो वर्ष 2021 के लिए म.प्र. ग्रामीण पर्यटन को दिया गया। विश्वनाथन ने बताया कि ग्रामीण पर्यटन परियोजना में प्रदेश में 100 ग्राम को पर्यटन ग्राम के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन ग्रामों में समुदाय की भागीदारी से पर्यटन गतिविधियों का संचालन किया जाएगा। प्रमुख गतिविधियों जैसे ग्राम में ठहरने के लिए बेहतर सुविधा, स्थानीय खान-पान, लोक संगीत, ग्रामीण खेल-कूद, स्थानीय कला एवं हस्त-कला और युवाओं का कौशल उन्नयन आदि शामिल हैं। इनके संचालन से स्थानीय समुदाय को तो लाभ होगा ही, पर्यटकों को भी नए अनुभव प्राप्त होंगे। ‘महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल’ परियोजना में 50 चयनित पर्यटन स्थलों पर कार्यशील महिलाओं की संख्या में वृद्धि की जाएगी। महिला पर्यटकों के लिए अधो-संरचना विकास, स्थानीय हितधारकों की क्षमता वृद्धि, समुदाय आधारित संगठनों का निर्माण और महिलाओं के लिए आत्म-सुरक्षा प्रशिक्षण इत्यादि गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाएगा। पर्यटन स्थलों पर समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित कर महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण का निर्माण किया जाएगा, जिससे महिला पर्यटक स्वच्छंद रूप से पर्यटन का आनंद उठा सकेंगी।