नई दिल्ली। तिहाड़ में मोबाइल मिलने के बाद जेल प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। सभी जेलों में बॉडी स्कैनर लगाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मुंबई स्थित परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड से एनओसी ले ली गई है। फिलहाल दो जेलों में एक-एक मशीन लगेगी। खरीद प्रक्रिया के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। इसके लगने के बाद मोबाइल, मादक द्रव्य और अन्य चीजों को चोरी-छिपे ले जाना संभव नहीं होगा। जेल अधिकारियों के मुताबिक जेल में बॉडी स्कैनर लगाने के लिए कई सालों से सरकार को प्रस्ताव भेजा जा रहा था। इस बार मंजूरी मिल चुकी है। मशीनों के लगाए जाने के बाद इसके नतीजों की समीक्षा की जाएगी। उसके बाद दिल्ली के सभी 15 जेलों में बॉडी स्कैनर लगाए जाएंगे। हाल के दिनों में जेल में मोबाइल मिलने के मामले सामने आए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को धता बताकर कैदियों व कुछ जेल कर्मियों की मिलीभगत से मोबाइल, मादक द्रव्य और अन्य चीजें अंदर पहुंच रही हैं। जानकारी मिल रही है कि कैदी अपने शरीर के अंदर इन्हें छिपाकर ले जाते हैं। इसको देखते हुए बॉडी स्कैनर लगाने का फैसला लिया गया है। इसके जरिये शरीर में छिपे किसी भी सामान को स्क्रीन पर आसानी से देखा जा सकेगा।