बीजापुर। छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर जवानों के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। बॉर्डर पर जवानों ने 10 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही ट्रैक्टर भरकर विस्फोटक बरामद किया है। बताया जा रहा है कि इतनी बड़ी मात्रा में विस्फोटक भरकर बड़े माओवादी लीडरों के पास ले जाया जा रहा था। यह भी सामने आया है कि इस विस्फोटक का इस्तेमाल छत्तीसगढ़ या फिर तेलंगाना में हमले के लिए होना था। यह इस साल के सबसे बड़े नक्सली हमले की तैयारी थी। पकड़े गए नक्सलियों में पांच बीजापुर के रहने वाले हैं। बॉर्डर इलाके में कार्रवाई तेलंगाना के भद्रादी कोत्तागुड़म पुलिस ने की है।
तेलंगाना पुलिस के मुताबिक, सूचना मिली थी कि नक्सली संगठन के सदस्य भारी मात्रा में विस्फोटक लेकर मुलाकानापल्ली और दुमुगुडेम मंडल के एक ठिकाने पर मौजूद हैं। इसके आधार पर भद्रादी कोत्तागुड़म पुलिस ने दुमुगुडेम पुलिस और CRPF की 141वीं बटालियन के जवानों की एक टीम बनाई। इसके बाद जवानों ने इलाके के गांवों और उससे लगे जंगल में सर्चिंग अभियान चलाया। इसमें गांव के ही नजदीक 10 संदिग्धों को पकड़ लिया गया। उनकी निशानदेही पर भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है।
पुलिस ने बताया कि बरामद सामान में एक ट्रैक्टर, एक बोलेरो वाहन समेत दो बाइक शामिल है। इन वाहनों की तलाशी लेने पर एक ट्रैक्टर भरकर विस्फोटक मिला है। इसमें करीब 90 बंडल कार्डेक्स वायर, 500 डेटोनेटर समेत अन्य विस्फोटक सामान बरामद हुआ। जिसके बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला की इनमें से पांच आरोपी नक्सली तेलंगाना और पांच छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के पामेड़ इलाके के रहने वाले हैं। सभी आरोपी पिछले कई वर्षो से माओवादी संगठन के लिए काम कर रहे थे। माओवादी ये विस्फोटक सामान कहां से लेकर आ रहे थे, पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है। असफरों ने बताया कि जल्द ही माओवादियों के इस सप्लाई चेन को भी तोड़ा जाएगा।
गिरफ्तार नक्सलियों में सममैया (36) निवासी वारंगल, अरेपल्ली श्रीकांत (23) निवासी वारंगल, मेकाला राजू (36) निवासी वारंगल, रमेश कुम (28) निवासी वारंगल, सल्लापल्ली (25) निवासी वारंगल, मुचाकी रमेश (32) निवासी बीजापुर, सुरेश (25) निवासी बीजापुर, बाडसे लालू (22) निवासी बीजापुर, सोडी महेश (20) निवासी बीजापुर, मडवी चेतु (21) निवासी बीजापुर शामिल हैं।