कर्नाटक। कर्नाटक के चिकबल्लापुर स्थित ईशा फाउंडेशन परिसर में 15 जनवरी को आदि योगी शिव की 112 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री, डॉ. के सुधाकर और शिक्षा मंत्री बीसी नागेश भी उपस्थित रहे।
इस दौरान सीएम बोम्मई ने कहा, लंबे समय तक आदियोगी लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगे। उन्होंने कहा, मै कोयंबटूर भी गया था और यदि हम कुछ क्षणों के लिए भी आदियोगी को देखते हैं तो गहरी अनुभूति-अनुभवों का आभास होता है। इस दौरान सद्गुरू की प्रशंसा करते हुए सीएम बोम्मई ने कहा कि वह सद्गुरू नहीं, सदा-गुरू हैं। उनकी साधना, अनुभव और कर्म किसी भव्य दर्शन से कम नहीं।
यह पीठ उनके लिए जो ऊपर उठना चाहते हैं:-
कार्यक्रम के दौरान सद्गुरु ने कहा, ऐसे शक्तिशाली पीठ, परिवर्तन और श्रेष्ठता का स्रोत होते हैं। यह जगह उन लोगों के लिए है जो ऊपर उठना चाहते हैं। उनके लिए हैं, जो आम ज़िदगी से उठकर, जीवन के स्रोत तक पहुंचना चाहते हैं। तल्लीन होकर, भरपूर जीवन जीना चाहते हैं। कार्यक्रम के बाद सद्गुरू ने ट्वीट किया, आदियोगी जीवन के प्रति एक सचेतन उत्तर बनने और एक जागरूक धरती बनाने की सभी संभावनाएं प्रदान करते हैं। भविष्य उनका है जो दुनिया में एक जिम्मेदार और उत्तरदायी समाधान बनने का प्रयास करते हैं। मेरी कामना है कि आप आदियोगी के इस आनंद और कृपा को जानें।
अनावरण समारोह के बाद 14 मिनट का आदियोगी दिव्य दर्शनम दिखाया गया। इसके बाद ईशा सम्स्कृती के छात्रों ने अपनी कला से सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सद्गुरु जग्गी वासुदेव की बेटी राधे जग्गी की भरतनाट्यम प्रस्तुति और केरल के अग्नि नृत्य थेयम का प्रदर्शन आकर्षण का केंद्र रहा। 15 जनवरी 2023 से हर शाम आदियोगी दिव्य दर्शनम सैलानियों के लिए खुला रहेगा। आश्रम की स्थापना भारतीय कला, संस्कृति और आध्यात्मिक परंपराओं को बढ़ावा देने के लिए की गई है।
कई प्रमुख हस्तियां रहीं मौजूद:-
आदियोगी के अनावरण के दौरान कई प्रमुख हस्तियां मौजूद रहीं। इसमें अभिनेत्री अनु प्रभाकर, रघु मुखर्जी और आशिका रंगनाथ, शशि कुमार, वेदा कृष्णमूर्ति और पूर्व भारतीय क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद शामिल रहे।