15 नवंबर से राजाजी टाइगर रिजर्व में शुरू होगी सफारी
उत्तराखंड। राजाजी टाइगर रिजर्व को पर्यटकों के लिए 15 नवंबर के बजाय एक अक्टूबर से ही खोले जाने पर नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी (एनटीसीए) ने कड़ी आपत्ति जताई है। साथ ही मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को टाइगर रिजर्व को तत्काल पर्यटकों के लिए बंद करने के आदेश जारी किए हैं। इसके अलावा एनटीसीए के सहायक वन महानिरीक्षक ने मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक के आदेश पर हाल ही में सत्यनारायण मंदिर से लेकर कासरो तक और चीला रेंज में क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट जोन में नए सफारी कॉरिडोर बनाने और पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए दोनों कोरिडोर को भी तत्काल प्रभाव से पर्यटकों के लिए बंद करने के आदेश जारी किए हैं। नई दिल्ली निवासी अधिवक्ता गौरव कुमार बंसल की ओर से दाखिल किए गए प्रार्थनापत्र पर सुनवाई करते हुए एनटीसीए के सहायक वन महानिरीक्षक हेमंत सिंह की ओर से मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को लिखे पत्र में टाइगर रिजर्व को पर्यटकों के लिए खोलने पर कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि टाइगर रिजर्व को अक्टूबर में खोला जाना और क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट जोन में पर्यटन गतिविधियां बढ़ाना वन्यजीव संरक्षण अधिनियम-1972 और एनटीसीए की ओर से जारी राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण अधिनियम का खुला उल्लंघन है। एनटीसीए के आदेश के बाद रिजर्व प्रशासन ने टाइगर रिजर्व को तत्काल प्रभाव से पर्यटकों के लिए बंद कर दिया है। निदेशक डीके सिंह ने बताया कि चीला और मोतीचूर रेंज के दोनों गेट पर्यटकों के लिए बंद कर दिए गए हैं। क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट जोन में खोले गए दो नए कोरिडोर को भी सफारी के लिए बंद कर दिया गया है।