हरियाणा। किसान संगठनों ने 26 नवंबर को दिल्ली कूच की तैयारी कर ली है। रविवार को हरियाणा के रोहतक में मकड़ौली टोल प्लाजा पर हुई संगठनों की बैठक में प्रस्ताव पास किया गया कि 26 नवंबर को सभी किसान दिल्ली में दाखिल होंगे। इस दौरान पीएम आवास या संसद का घेराव किया जाएगा। इस पर अंतिम फैसला संयुक्त किसान मोर्चा की 9 नवंबर को होने वाली बैठक में होगा। टोल हटाओ संघर्ष समिति के संरक्षक वीरेंद्र हुड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में भाकियू प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी, कई संगठनों और खापों के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में चढूनी ने खाप व टोल प्रतिनिधियों, किसान व महिला नेताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए रणनीतिक कार्यक्रम साझा किया। बैठक में प्रस्ताव पास किया गया कि बारिश से फसलों को हुए नुकसान के लिए उचित मुआवजा जारी किया जाए। बिजली टावरों के लिए अधिग्रहण से पहले किसानों का पक्ष सुना जाए और मार्केट रेट पर नए भूमि अधिग्रहण कानून के तहत मुआवजा दिया जाए। इसके अलावा हरियाणा भूमि अधिग्रहण संशोधन और क्षतिपूर्ति मौजा कानून रद्द करना, शामलात जमीन के राजस्व रिकॉर्ड सरकार के पास तब्दील करने को रद्द करने का प्रस्ताव भी पास किया गया। चढूनी की अगुवाई में 9 सदस्यीय कमेटी गठित की गई जो यह देखेगी कि इन मांगों पर अमल नहीं होता है तो किसान संगठनों और खापों के साथ दोबारा बैठक की जाए।