Indian Air Force: देश के दुश्मनों पर नकेल कसने के लिए लगातार भारत अपनी तैयारियों में जुटा हुआ। इसी सिलसिले में आज से भारतीय वायुसेना चीन-पाकिस्तान की सीमा पर वार्षिक युद्धाभ्यास आरंभ करेगी। भारतीय वायुसेना के इस युद्धाभ्यास का नाम ‘त्रिशुल’ दिया गया है जो अगले 10 दिन तक चलेगा, जिसमें कुल दो मोर्चो पर जंग लड़ने की तैयारी सेना करती नजर आएगी।
आपको बता दें कि पाकिस्तान और चीन से सटी सीमाओं पर भारत के राफेल विमान दहाड़ लगाते नजर आएंगे। वायुसेना के गरुड़ कमांडो फोर्स के विशेष जवान इस पूरे युद्धभ्यास को अंजाम देंगे। दरअसल, भारत की उत्तरी सीमा पर 1,400 किमी के क्षेत्र में यह अभ्यास किया जाएगा। यह युद्धाभ्यास पंजाब समेत जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्रों किया जाएगा। वायुसेना के जवान 4 से 14 सितंबर तक युद्ध की तमाम बारीकियों का अभ्यास करेंगे। इस दौरान राफेल के अलावा सुखोई- और मिराज-2000 जैसे लड़ाकू विमान भी मौजूद रहेंगे। इस सैन्य अभ्यास में चिनूक और अपाचे सहित भारी-भरकम परिवहन विमान और हेलिकॉप्टर भी भाग लेंगे।
सैन्य अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ में 6 देश लेंगे हिस्सा
भारतीय वायुसेना अक्टूबर-नवंबर में ‘तरंग शक्ति नामक’ एक बहुपक्षीय अभ्यास करने की योजना बना रही है। इस अभ्यास के दौरान फाइटर जेट, सैन्य परिवहन विमान, हवा में ईंधन भरने वाले विमान और एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम एयरक्राफ्ट भी हिस्सा लेंगे। जानकारी के मुताबिक, इस युद्धाभ्यास में कुल छह देशों की वायु सेनाएं हिस्सा लेंगी। वहीं, कई अन्य देशों की वायु सेनाएं पर्यवेक्षक के रूप में भी इससे जुड़ेंगी। इस अभ्यास में भारत के अलावा अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया की वायु सेनाओं का हिस्सा बनने की संभावना है।