नई दिल्ली। कूरियर कंपनियों के जिस युग में भारतीय डाक विभाग को बीते समय की बात माना जाने लगा था, कोरोना काल में अपने मजबूत नेटवर्क के जरिए डाक विभाग ने देश के दूर-दराज क्षेत्रों तक कोरोना के उपचार की दवाएं और स्वास्थ्य उपकरण पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। संभवतया उसकी इसी भूमिका का परिणाम है कि केंद्र सरकार ने डाक विभाग को और अधिक मजबूत बनाने का निर्णय लिया है। केंद्र ने डाक विभाग की 3114 नई शाखाओं को खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है, जो आने वाले समय में देश के अलग-अलग हिस्सों में खोले जाएंगे। भारतीय डाक विभाग के डीडीजी पवन कुमार सिंह ने बताया कि विभाग इस समय 1,56,721 पोस्ट ऑफिसों के जरिए देश के हर एक व्यक्ति तक सीधी पहुंच रखने की क्षमता रखता है। इन पोस्ट ऑफिसों के माध्यम से देश की 50 करोड़ से अधिक आबादी को डाक विभाग किसी न किसी प्रकार की सेवा उपलब्ध करा रहा है। लेकिन बढ़ती आबादी और अन्य आवश्यकताओं को देखते हुए इसकी भूमिका को और अधिक मजबूत बनाने का निर्णय लिया गया है। केंद्र से 3114 नए पोस्ट ऑफिस खोलने की अनुमति मिल चुकी है। इसे शीघ्र ही स्थापित किया जाएगा। बदलते समय में डाक विभाग की भूमिका को और अधिक मजबूत करने के लिए इसकी सेवाओं में भी लगातार विस्तार किया जा रहा है। अपनी विभिन्न योजनाओं के जरिए डाक विभाग देश के सबसे कमजोर तबके तक बीमा सुविधा भी उपलब्ध करा रहा है और यह देश के सबसे सफल दस शीर्ष बीमा कंपनियों में से एक है। अब निजी कंपनियों ने करार कर बीमा सेवा उपलब्ध करवाकर इस भूमिका को और मजबूत बनाया जा रहा है। डाक विभाग ने इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के जरिए निजी क्षेत्र की कंपनी बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस से करार कर लोगों को बीमा सेवाएं देने की शुरूआत भी कर दी है। अब डाक विभाग के डाकिये देश के दूर-दराज इलाकों तक टर्म इंश्योरेंस और वार्षिक आय सुनिश्चित करने वाली योजनाओं को पहुंचाएंगे। बजाज आलियांज लाइफ स्मार्ट प्रोटेक्ट गोल और बजाज आलियांज लाइफ गारंटीड पेंशन गोल प्लान इसके माध्यम से बेचे जाएंगे। इसके माध्यम से बीमा क्षेत्र को दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहंचाने में भी सफलता मिलेगी जहां बीमा क्षेत्र आज भी दो-तीन फीसद के नाममात्र स्तर पर अटका हुआ है।