India News: ब्रिटेन के रक्षा मंत्री टुगेनहाट तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को भारत आए हैं। इस दौरान उन्होंने खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों से निपटने के लिए नए फंड का एलान किया है। आपको बता दें कि भारत और ब्रिटेन पहले ही कट्टरपंथ से लड़ने के लिए संयुक्त टास्क फोर्स के गठन की दिशा में काम कर रहे हैं। जिसकी जानकारी भारत में ब्रिटेन के उच्चायुक्त ने दी। वहीं सुत्रों के मुताबिक, ब्रिटेन रक्षा मंत्री सीबीआई मुख्यालय का दौरा भी करेंगे और भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से भी मुलाकात करेंगे।
खालिस्तानी कट्टरपंथ से निपटने में बढ़ेगी क्षमता
ब्रिटिश उच्चायुक्त ने बताया कि ‘भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और ब्रिटेन के रक्षा मंत्री टुगेनहाट के बीच हुई मुलाकात में टुगेनहाट ने नई फंडिंग का एलान किया है, जिससे खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथ से निपटने में ब्रिटेन की क्षमताओं में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने बताया कि 95 हजार पाउंड (करीब एक करोड़ रुपए) के निवेश से ब्रिटेन सरकार की खालिस्तान समर्थक उग्रवाद को समझने में मदद मिलेगी। ब्रिटिश उच्चायुक्त ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच संयुक्त कट्टरपंथ टास्क फोर्स के गठन की प्रक्रिया पहले से ही चल रही है।’
खालिस्तानी कट्टरपंथ तेजी से उभरा
आपको बता दें कि ब्रिटेन के रक्षा मंत्री टुगेनहाट तीन दिवसीय दौरे पर गुरुवार को भारत आए हैं। भारत द्वारा लगातार ब्रिटेन के सामने खालिस्तान कट्टरपंथ का मामला उठाया जा रहा था। दरअसल ब्रिटेन में हाल के सालों में खालिस्तानी कट्टरपंथ तेजी से उभरा है। भारत की चिंता है कि ब्रिटेन में खालिस्तान उग्रवादियों की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं। भारत की चिंताओं के बीच ही ब्रिटेन की सरकार ने फंडिंग का एलान किया है। ब्रिटेन रक्षा मंत्री ने कहा कि ‘दुनिया का सबसे पुराना और सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते, हमारे बहुत से साझा अवसर हैं, जिनसे दुनिया को ज्यादा सुरक्षित और समृद्ध स्थान बनाया जा सकता है।’
दोनों देश के बीच है गहरे संबंध
उन्होंने कहा कि ‘दोनों देशों के बीच गहरे संबंध हैं और दोनों देश मिलकर सुरक्षा चुनौतियों का बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं। कट्टरपंथ के खिलाफ अपनी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए हम साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’
आपको बता दें कि टुगेनहाट को कोलकाता में होने भ्रष्टाचार विरोधी मंत्री स्तर वाले जी20 सम्मेलन में भी शामिल होना है। इस पर टुगेनहाट ने कहा कि ‘भ्रष्टाचार हमारी समृद्धि, हमारे समाज और हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नुकसानदायक है। मैं इस मुद्दे पर भारत में होने वाली जी20 बैठक में शामिल होने के लिए उत्साहित हूं।’