नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने इस्राइल दौरे पर यहां के कारोबारियों से मिले और उनसे भारत में कारोबार करने का आग्रह किया। उन्होंने भारत की व्यापार-अनुकूल नीतियों का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि भारत इस्राइल को कई मायनों में सबसे भरोसेमंद और नवोन्मेषी साझेदारों में से एक मानता है। अपनी पहली यात्रा पर इस्राइल पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत-इस्राइल व्यापार गोलमेज सम्मेलन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पदभार संभालने के बाद से भारत में बदलाव का एक बड़ा प्रयास हो रहा है और लोगों ने उस बदलाव के बारे में सुना है। उन्होंने कहा कि यदि आप उन सभी बिंदुओं को जोड़ते हैं, तो मुझे लगता है, आपको एक ऐसे भारत की तस्वीर मिलती है जो उन गहरी ताकतों को प्राप्त करने की ओर बढ़ रहा है जो इसे विश्व अर्थव्यवस्था के मामले में और अधिक प्रतिस्पर्धी बना देगा। और यह आपके लिए रुचि का विषय है क्योंकि उन गहरी शक्तियों से नए अवसर आएंगे और मैं उनमें से कुछ के बारे में बात करूंगा। उन्होंने कहा कि हालांकि यह बदलाव कुछ वर्षों से चल रहा है और पिछले दो वर्षों में कोविड-19 महामारी के दौरान जब लोग शारीरिक रूप से संपर्क में नहीं रहे, दिलचस्प बात यह है कि बदलाव की प्रक्रिया में तेजी आई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हमने वास्तव में कुछ बड़े सुधार किए हैं, उनमें से कुछ आपके लिए रुचिकर हो सकते हैं। एक है उत्पादन से जुड़ा प्रोत्साहन इसमें शुरूआत में ही उद्योग को भारत में विनिर्माण को आकर्षित करना है ताकि कोई भी जो नई उत्पादन क्षमता ला रहा है और वितरित कर रहा है इस पर उचित रूप से प्रोत्साहन दिया जा सके। साथ ही उन्होंने कहा कि अब तक इसमें 13 क्षेत्रों को शामिल किया गया है और उनमें से कई वास्तव में ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें कुछ बैटरी, इलेक्ट्रॉनिक्स आदि सहित में आप रुचि रखते हैं। अपनी यात्रा के दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर राष्ट्रपति इसाक हर्जोग, प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट और विदेश मंत्री यायर लापिड से मुलाकात करेंगे।