बाजरा को भावांतर भरपाई योजना में हरियाणा सरकार ने किया शामिल

हरियाणा। हरियाणा सरकार ने बाजरा को भी भावांतर भरपाई योजना में शामिल कर लिया है। किसानों के हित में इस खरीफ सीजन से यह निर्णय लागू होगा। इसे लागू करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि बाजरे की खरीद के बारे में अनेक निर्णय लिए हैं। बाजरे के औसत बाजार भाव और एमएसपी के अंतर को भावांतर माना जाएगा। मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत किसानों की फसल के सत्यापन बाद सही पाये गये किसानों को औसतन उपज पर 600 रुपये प्रति क्विंटल भावांतर दिया जाएगा। बाजरे के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य 2250 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। उपज भाव को बनाए रखने के लिए बाजार भाव पर 25 प्रतिशत उपज सरकारी एजेंसी खरीदेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पड़ोसी राज्यों राजस्थान और पंजाब ने बाजरे का कोई एमएसपी घोषित नहीं किया है। इससे लगता है कि वे पहले की तरह इस बार भी बाजरे की खरीद नहीं करेंगे। ऐसे में इन राज्यों से बाजरा हरियाणा में आने की आशंका है। इसलिए हरियाणा के किसानों का ही बाजरा खरीदने के लिए भावांतर भरपाई योजना लागू की है। जिन्होंने ‘मेरी फसल-मेरा ब्योरा‘ पोर्टल पर पंजीकरण करवाया है, उनकी ही फसल खरीदी जाएगी।खरीफ-सीजन 2021 में बाजरे के लिए 2 लाख 71 हजार किसानों ने मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाया है। इसमें से लगभग 8 लाख 65 हजार एकड़ भूमि पर बाजरा का सत्यापन हुआ है। खरीद शुरू होते ही किसानों के खातों में डीबीटी के माध्यम से 600 रुपये प्रति क्विंटल भावांतर औसत उपज के अनुसार भुगतान कर दिया जाएगा। यह भुगतान ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा‘ पोर्टल पर सत्यापित किसानों को ही किया जाएगा।

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