गोरखपुर। गोरखपुर जिले के विकास के सफर में मंगलवार को एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 हजार करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट खाद कारखाना, एम्स और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के रिजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) का मंगलवार को लोकार्पण करेंगे। वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री ने ही खाद कारखाना और एम्स की नींव रखी थी। अब वे खुद अपने हाथों इसे जनता को समर्पित करेंगे। इस दौरान पीएम करीब सवा दो घंटे तक यहां रहेंगे। खाद कारखाने के रूप में गोरखपुर को केंद्रित कर पूर्वांचल के किसानों और नौजवानों के हित में योगी आदित्यनाथ का सपना साकार हो गया है। अपने संसदीय कार्यकाल में करीब दो दशक तक जिसके लिए वह संघर्षरत रहे, उसका परिणाम आज सामने है। गोरखपुर का खाद कारखाना मुख्यमंत्री योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट रहा है।
गोरखपुर में 1990 में बंद हुए फ़र्टिलाइजर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के खाद कारखाने को दोबारा चलवाने या उसकी जगह नया कारखाना स्थापित करने के लिए योगी आदित्यनाथ बतौर सांसद 19 साल तक संघर्षरत रहे। साल 1998 से लेकर मार्च 2017 तक उनके संसदीय कार्यकाल में संसद का कोई भी सत्र ऐसा नहीं रहा जिसमें उन्होंने इसके लिए आवाज बुलंद न की हो। योगी की पहल और पुरजोर मांग पर 22 जुलाई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खाद कारखाने की आधारशिला रखी थी। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी ने खाद कारखाना के निर्माण को भी गति दी जिसका परिणाम स्वरूप यह जनता को समर्पित होने जा रहा है।