हथेलियों का रंग बताता है व्यक्तित्व

एस्‍ट्रोलॉजी। हस्त रेखा शास्त्र में हाथों की रेखाओं व आकार- प्रकार का बहुत महत्व है। इनके आधार पर ही समुद्र शास्त्री व्यक्ति के चरित्र और भविष्य के बारे में बताते हैं। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि इस शास्त्र में हाथों के रंगों का भी विशेष महत्व है। जिनका सफेद, गुलाबी, लाल, पीला, नीला या मटमैला होने का अलग-अलग अर्थ होता है। तो आइए आज आपको इन रंगों में छिपे व्यक्तित्व के राज के बारें में बताते हैं।

सफेद हथेली :-
ज्‍योतिषाचार्य के मुताबिक हथेली का रंग व्यक्ति के रक्त प्रवाह का परिचय देता है। अगर किसी व्यक्ति की हथेलियों पर खून की झाईं की झलक नहीं मारती तो वे शारीरिक व मानसिक दृष्टि से कमजोर होते हैं। ऐसी हथेलियों में एक ठंडक होती है। ये लोग काल्पनिक, रहस्यमय, भावुक व अमूमन स्वार्थ के लिए काम करने वाले होते हैं।

गुलाबी हथेली :-
गुलाबी हथेली शरीर में खून का प्रवाह संतुलित रूप से होने की निशानी है। ऐसे व्यक्ति हर क्षेत्र में सक्रीय होते हैं। काम भी अच्छी तरह से करते हैं। ये जिज्ञासु स्वभाव के होते हैं और कुछ पाने के लिए संघर्ष का भी जज्बा रखते हैं। उनका नेचर उन्हें हर स्थान पर महत्वपूर्ण बना देता है। समाज में उनके संपर्क व प्रतिष्ठा दोनों अच्‍छे होते हैं।

अत्यधिक लाल हथेली :-
अत्यधिक लाल हथेली वाले व्यक्ति के स्वभाव में अतिरिक्त गर्मजोशी होती है। ऐसे व्यक्तियों में संतुलन की जगह एक हड़बड़ाहट होती है। ये शक्ति प्रधान व आत्मविश्वासी होते हैं। इसलिए असफल भी कम ही होते हैं। अगर असफलताएं मिलती है तो भी ये थोड़े से विवेक से ही हालात को अपने पक्ष में कर सकते हैं। सामाजिक संबंधों में ये अति करने वाले होते हैं। किसी से प्यार या नफरत के मामले में ये बार- बार विचार नहीं करते है।

पीली, नीली व मटमैली हथेली :-
ऐसी हथेलियों का अर्थ रक्त प्रवाह में गड़बड़ी है। ऐसे लोग बीमार, उदास, चिड़चिड़े और आत्मकेंद्रित होते हैं। इनके लिए जिंदगी एक बोझ की तरह होती है। जिसे वे ढंग से जीने की बजाय बोझ की तरह ढोते हैं।

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