खून में प्लेटलेट्स की कमी को न करें नजरअंदाज, कई बीमारियों का हो सकता है खतरा

हेल्‍थ। मानव शरीर के खून का महत्‍वपूर्ण हिस्सा है ब्लड प्लेटलेट्स। आमतौर पर लाल रक्त कोशिकाएं (RBC) और श्वेत रक्त कोशिकाओं (WBC) की तो चर्चा की जाती है लेकिन ब्लड प्लेटलेट्स की कम ही चर्चा होती है। जबकि सच्चाई यह है कि ब्लड प्लेटलेट्स की कमी जीवन को जोखिम में भी डाल सकती है। शरीर में प्लेटलेट्स की कमी को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहते हैं। हमारे शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या 1.5 लाख 4.5 लाख प्रति माइक्रोलीटर होनी चाहिए।

अगर इससे कमी हो जाती है तो शरीर में जब किसी जगह चोट लगती है या कट जाती है तो खून जल्दी बंद नहीं होता है। यानी खून का थक्का नहीं बनता है। यदि प्लेटलेट्स की संख्या 20 हजार से नीचे आ जाए तो नसें फटने की खतरा कई गुना बढ़ जाता है। प्लेटलेट्स की कमी होने पर बहुत ज्यादा थकान रहती है। वहीं पेशाब और मल में भी खून आ सकता है। इसके साथ ही कई बीमारियां भी हो सकती है। इसलिए खून में प्लेटलेट्स की कमी को कभी नजरअंदाज नहीं करनी चाहिए।

खून में प्लेटलेट्स की कमी के लक्षण
एक्‍सपर्ट के अनुसार, शरीर में खून की कमी होने पर हल्की चोट लगने पर खून निकल आता है। ब्लड प्लेटलेट्स की कमी होने पर स्किन पर कुछ रेशेज निकल आते हैं जिनसे ऐसा लगता है कि खून रिस रहा है। ये लाल-बैंगनी धब्बे की तरह दिखते हैं। जब शरीर के किसी बाहरी हिस्से में कटता है तो जल्दी खून नहीं बंद होता है। वहीं प्लेटलेट्स की कमी होने पर नाक और मसूड़ों से खून निकलने लगता है। इसके अलावा पेशाब और मल से भी खून आ सकता है। ब्लड प्लेटलेट्स की कमी होने पर बहुत अधिक थकान होती है। प्लेटलेट्स की कमी होने पर स्प्लीन बड़ा होने लगता है।

 प्लेटलेट्स की कमी के कारण :-
अगर शरीर में प्लेटलेट्स की कमी है तो इसके कई वजह हो सकते हैं। पहला कारण यह हो सकता है कि शरीर में विटामिन बी 12 की कमी हो सकती है। इसके साथ ही कुछ पोषक तत्वों की कमी भी प्लेटलेट्स के कारण हो सकते हैं। वहीं ब्लड कैंसर, कुछ अन्य कैंसर, एनीमिया, वायरल इंफेक्शन, हेपटाइटिस सी, एचआईवी, डेंगू, कीमोथेरेपी, ज्यादा शराब के सेवन से भी खून में प्लेटलेट्स की कमी हो सकती है।

प्लेटलेट्स की क्या है नॉर्मल रेंज :-
एक सामान्य व्यक्ति का प्लेटलेट्स काउंट खून में 150,000 लाख से 450,000 प्रति माइक्रो-लीटर होना चाहिए। खून में 150,000 प्लेटलेट्स प्रति माइक्रोलीटर से कम है तो यह माइल्ड ब्लीडिंग रिस्क है लेकिन प्लेटलेट्स अगर 20 हजार से नीचे हैं तो गंभीर खतरा है। इस स्थिति में ब्लीडिंग को रोक पाना मुश्किल हो जाता है।

प्लेटलेट्स की कमी होने पर क्या खाएं
हेल्थलाइन के अनुसार, प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए अंडा, हरी मटर, किडनी बींस, संतरा, संतरे का जूस, कद्दू के बीज, मसूर की दाल, फलीदार सब्जियां, आंवला, आम, अन्नानास, फूलगोभी, टमाटर आदि का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही अनार, चुकंदर का जूस पीना बेहतर रहेगा। पपीते के पत्तों का जूस प्लेटलेट बढ़ाने में असरदार होता है। वहीं कीवी, गिलोय, पालक, आदि खाने से प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाते है।

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