नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय में यूजी, पीजी, एमफिल, पीएचडी स्तर की डिग्री को छात्र अब 2023 तक पूरा कर सकेंगे। डीयू की एकेडेमिक काउंसिल की बैठक में डिग्री पूरा करने के स्पैन पीरियड को दो साल बढ़ाने की मंजूरी मिल गई है। इस तरह से जो भी किसी कारण वश पढ़ाई पूरा नहीं कर सके उनको अपनी पढ़ाई पूरा करने के लिए 2023 तक का समय दिया गया है। इसके साथ ही सहायक प्रोफेसर के चयन के लिए स्क्रीनिंग के नए क्राइटेरिया को विरोध के बाद पास कर दिया गया है। दिल्ली सरकार से वित्त पोषित 12 कॉलेजों के मामले को लेकर अब कुलपति दिल्ली सरकार से खुद बात करेंगे। डीयू ईसी सदस्य डॉ वीएस नेगी ने बताया कि छात्रों को डिग्री पूरा करने के लिए 2023 तक का समय दिया गया है। कोविड के कारण भी कई छात्र अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सकें हैं। वहीं सदस्यों ने इस बात का प्रयास किया कि तदर्थ शिक्षकों के लिए स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया में सभी को साक्षात्कार में भाग लेने का अवसर मिले। बैठक में सहायक प्रोफेसर के चयन के लिए स्क्रीनिंग के नए क्राइटेरिया को पास कर दिया गया। हालांकि बैठक के अंदर और बाहर भी शिक्षकों ने विरोध किया। इससे पहले भी शिक्षक संगठनों ने नियुक्ति के लिए स्क्रीनिंग पॉइंट को लेकर अपना विरोध दर्ज किया था। बैठक में दिल्ली सरकार के पूर्ण वित्त पोषित 12 कॉलेजों के वेतन मामले को भी उठाया गया। जिस पर कुलपति प्रो योगेष सिंह ने कहा है कि वह मामले में दिल्ली सरकार से खुद बात करेंगे। वहीं कॉलेज ऑफ आर्ट्स को दिल्ली सरकार के अंबेडकर यूनिवर्सिटी में शामिल करने के मामले को लेकर भी विरोध जताया गया। डॉ नेगी ने बताया कि बैठक में डीयू के अनुबंध कर्मचारियों को नए वेतनमान का तोहफा मिला है। उन्हें नए वेतनमान 31 फीसदी डीए के साथ मिलेगा। इसके लिए काफी समय से प्रयास किया जा रहा था।