नई दिल्ली। बुजुर्गों के लिए सरकारी हेल्पलाइन सुविधा ‘एल्डरलाइन’ पर मई माह से 3.39 लाख से अधिक फोन आए हैं। इनमें से 79 हजार से अधिक फोन उत्तर प्रदेश से किए गए हैं। टाटा ट्रस्ट्स’ के सहयोग से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय हेल्पलाइन सुविधा का लक्ष्य बुजुर्ग लोगों को सहायता मुहैया कराना है। मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 54,432 कॉल उत्तराखंड, 42,610 तेलंगाना, 27,708 तमिलनाडु और 22,711 कर्नाटक से किए गए। ‘एल्डरलाइन’ के जरिये महिलाओं की तुलना में पुरुषों ने अधिक मदद मांगी है। आंकड़ों के अनुसार 23,390 पुरुषों और 8,178 महिलाओं ने इस हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया। आंकड़ों के अनुसार जिन कारणों से बुजुर्गों ने हेल्पलाइन के जरिये संपर्क किया, उनमें कोविड सहायता (13,496), पेंशन (8,952), दुर्व्यवहार (1890), स्वास्थ्य संबंधी सहायता (1202), बचाव (423) और वृद्धाश्रमों से संबंधित प्रश्न (632) शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि हेल्पलाइन पर किए जाने वाले कॉल की मदद से सरकार को बुजुर्गों के लिए नीति निर्माण की दिशा तय करने में मदद मिलेगी। इसके अलावा एक मई से 3,39,879 कॉल मिले थे, जिनमें से 3,02,195 कॉल ऐसे थे, जो सेवा योग्य नहीं थी, जैसे कि इन कॉल के जरिये जिन लोगों ने मदद मांगी, वे बुजुर्ग नहीं थे। जो 37,684 वास्तविक कॉल आए, उनमें से 17,933 कॉल (47.59 प्रतिशत) कोविड-19 संबंधी सहायता, टीकाकरण की जानकारी से संबंधित थे।