रिलेशनशिप। ज्यादातर लोगों पर उनके इमोशंस उन पर हावी हो जाते हैं। ऐसी कंडीशन में हम चाहकर भी कुछ सोच नहीं पाते। यहां तक कि हम बात करने में भी सक्षम नहीं रहते। ये इमोशंस इतने स्ट्रॉन्ग होते हैं कि हमारा नर्वस सिस्टम आउट ऑफ कंट्रोल हो जाता है और हम थका हुआ महसूस करने लगते हैं। यह वह स्थिति होती है जब हमारा हार्ट रेट बढ़ जाता है, चेस्ट टाइट महसूस होता है, पसीना आने लगता है और सांस लेने में तकलीफ महसूस होने लगती है। ऐसे इमोशंस को ‘इमोशनल फ्लडिंग’ कहा जाता है।
ऐसे हालात में लोग साफ तरीके से सोच नहीं पाते, सुन नहीं पाते और यहां तक कि कॉम्यूनिकेशन में भी परेशानी आने लगती है। जिस वजह से कई बार रिलेशनशिप भी प्रभावित होने लगता है। ऐसे में जरूरी है कि हम थोड़ा ब्रेक लें और शांत होकर वापस बात करने का प्रयास करें। आइए जानते हैं इमोशनल फ्लडिंग को कंट्रोल कैसे करें-
तुरंत रुक जाएं:– अगर आप किसी जरूरी टॉपिक पर बात कर रहे हैं या किसी चीज पर डिस्कशन कर रहे हैं और इसके बीच में आप इमोशनल फ्लडिंग महसूस कर रहे हैं तो आप तुरंत थोड़ा ब्रेक ले लें। जब आप बेहतर महसूस करें और शांत हो जाएं तभी बात को दोबारा शुरू करें।
खुद को शांत करने का करें प्रयास:– अगर आप बार-बार इमोशनल हो जा रहे हैं तो खुद को शांत करने का प्रयास कर सकते हैं। इसके लिए आप थोड़ा वॉक कर लें, चॉकलेट खा लें, हॉट बाथ लें आदि।
गहरी सांस लें:– जब भी आपको भारी-भारी महसूस हो तो आप तुरंत ब्रेक लें। ब्रेक में आप गहरी सांस लें और एक मिनट तक पूरा सांस बाहर निकालें और भर कर सांस लें।
ट्रिगर को पहचानें:- आप उन बातों के बारे में सोचें जो आपके इमोशन को ट्रिगर करती है। इस विषय पर आप पहले ही अपने पार्टनर को बता दें। ऐसा करने से आपका पार्टनर इरिटेट नहीं होगा, बल्कि आपकी फीलिंग को समझने का प्रयास करेगा।