अगर नेचुरल तरीके से बढ़ानी है लंबाई, तो जरूर देखें यह खबर…
स्वास्थ्य। योग शारीरिक और मानसिक हर तरह की समस्याओं का निवारण नेचुरल तरीके से करता है। मोटापे की समस्या से परेशान हों या फिर तनाव ग्रस्त हों, नियमित योगासन करने से दोनों ही परेशानियों का हल निकलता है और असर देखने को मिलता है। इतना ही नहीं शरीर संबंधी कोई भी रोग हो जैसे कम लंबाई होने पर भी योगासन से काफी हद तक अपनी लंबाई बढ़ा सकते हैं। बच्चे हो या बड़े नियमित योगाभ्यास से लंबे हो सकते हैं। दरअसल मानव शरीर अपने जींस के मुताबिक ही ग्रोथ पाता है। ऐसे में कई बच्चों या बड़ों की लंबाई कम हो सकती है। हर इंसान अच्छी लंबाई चाहता है। इसलिए वह शारीरिक कसरत से लेकर दवाएं और बूस्टर आदि का सेवन तक करने लगते हैं। हालांकि इन उपायों से लंबाई बढ़ने के चांस कम होते हैं। लेकिन योगासन से नेचुरल तरीके से लंबाई बढ़ाई जा सकती है। ताड़ासन:- इस आसन को करने के लिए अपने दोनों एड़ी और पंजे के बीच कुछ दूरी बनाकर सीधे खड़े हो जाएं। दोनों हाथों को कमर की सीध से ऊपर ले जाते हुए हथेलियों और उंगलियों को मिलाएं। नजर सामने और गर्दन सीधी रखें। पैरों की एड़ियों को ऊपर की ओर उठाते हुए पूरे शरीर को भार पंजो पर दें। पेट को अंदर रखें। संतुलन बनाते हुए इसी अवस्था में कुछ देर रहें। शीर्षासन:- लंबाई बढ़ाने के लिए ये योगासन करते समय घुटनों के बल बैठ जाएं। अब सांस लेते हुए सिर को घुटनों से होते हुए फर्श तक ले जाएं। दोनों हाथों की उंगलियों को सिर के पीछे से पकड़ते हुए पीछे के भाग को सहारा दें। अब पैरों को धीरे धीरे ऊपर उठाएं और एकदम सीधा रखें। आप इसके लिए दीवार का सहारा ले सकते हैं। अपना शरीर सीधा रखें। संतुलन बनाते हुए इस पोजीशन में 20 सेकेंड तक रहें। इस दौरान गहरी सांस लें। फिर सांस छोड़ते हुए पुरानी वाली मुद्रा में आ जाएं। वृषासन:- लंबाई बढ़ाने के लिए इस योगासन को करने के लिए फर्श पर एक पैर के बल पर खड़े हो जाएं। अब हाथों को बगल में रखें और बाएं पैर पर खड़े होते हुए दाहिने पैर को घुटनों पर मोड़ लें। इस अवस्था में संतुलन बना कर रखें और फिर दोनों हाथों को सिर के ऊपर से उठाते हुए कोहनी को मोड़ें। अब अपनी हथेलियों को आपस में मिला लें। धीरे धीरे सांस लेते हुए कुछ देर इस पोजीशन में रहें और फिर दूसरे पैर से भी यही प्रक्रिया दोहराएं। चक्रासन:- लंबाई बढ़ाने के लिए आप चक्रासन कर सकते हैं। इसे करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेटकर अपने दोनों हाथों और पैरो को एक सीध में रखें। अब पैरों के घुटनों को मोड़ते हुए दोनों हाथों को पीछे की ओर ले जाएं। दोनों पैरों पर वजन डालते हुए कूल्हों को ऊपर की ओर उठाएं। फिर दोनों हाथों पर भी अपना वजन डालें और कंधों को ऊपर उठा लें। जमीन से शरीर को उठाते समय अपने हाथ और पैर को पूरी सीध में रखें।