विकसित भारत के निर्माण में नवाचार है सबसे मजबूत स्तंभ: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

हैदराबाद। शनिवार को केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने वैश्विक स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए सलाहकारों, निवेशकों और उद्यमियों का एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क बनाने का आह्वान किया।

उन्होंने G-20 के स्टार्ट-अपअप 20 एंगेजमेंट ग्रुप की स्थापना बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस नेटवर्क को स्टार्ट-अप का समर्थन करना चाहिए और उन्हें प्रेरित करना चाहिए। इसे स्टार्ट-अप के लिए विचारों का आदान-प्रदान, सर्वोत्तम प्रथाओं और वित्त पोषण तंत्र को सुविधाजनक बनाने के लिए एक टीम के रूप में काम करना चाहिए और अनुसंधान व विकास में सहयोग को बढ़ावा देना चाहिए।

नवाचार का समर्थन करना दुनिया की जिम्मेदारी :-
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यह भी कहा कि नवाचार का समर्थन करने की जिम्मेदारी एक देश की नहीं होगी बल्कि इस वैश्विक प्रयास का पोषण करने की जिम्मेदारी दुनिया के सभी राष्ट्रों की सामूहिक जिम्मेदारी होगी। उन्होंने कहा कि  यह एक वैश्विक स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र बनाता है, जो वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए समावेशी, सहायक और टिकाऊ है। उन्होंने कहा कि भारत को G-20 के मेजबान देश के रूप में वैश्विक स्टार्ट-अप पारस्थितिकी तंत्र की प्रगति और क्षमता को बढ़ाने पर गर्व है। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप-20 समूह की स्थापना पहली बार भारत की जी-20 अध्यक्षता में नवाचार पर भारत के विशेष ध्यान के हिस्से के रूप में की गई है।

केंद्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि नवाचार ‘अमृतकाल’ में एक विकसित भारत के निर्माण में सहायता करने वाला सबसे मजबूत स्तंभ होगा। उन्होंने कहा कि नवाचार अर्थव्यवस्था और सामाजिक और सार्वजनिक भलाई के लिए एक उत्प्रेरक शक्ति रहा है।  आज की दुनिया में नवाचार केवल आर्थिक उद्देश्यों को प्राप्त करने तक नहीं है, यह सामाजिक समावेश और पर्यावरणीय स्थिरता पर भी विचार करता है।

पीएम मोदी ने 2016 में रखी थी स्टार्ट-अप इंडियाकी नींव :-
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत ने 2016 में पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्टार्ट-अप इंडिया पहल की नींव रखी थी। इसके साथ ही अपनी स्टार्ट-अप यात्रा शुरू की थी।  पिछले सात वर्षों में इसने उद्यमिता को बढ़ावा देने और नए विचारों को बढ़ावा देने में मदद की है, स्टार्ट-अप के विकास के लिए अनुकूल पारिस्थितिकी तंत्र बनाकर बढ़ने में मदद की है।

उन्होंने कहा कि ऊर्जा, कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई समेत विभिन्न क्षेत्रों में हमारे स्टार्ट-अप की क्षमताओं ने कई चुनौतियों का सामना करने में मदद की। गोयल ने कहा कि दुनिया जलवायु परिवर्तन से लेकर गरीबी और असमानता तक कई वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रही है और उन्होंने भरोसा जताया कि नवाचार इन समस्याओं को हल करने का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।

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