नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के पहले प्रतिबन्धित आतंकी संघटन आईएस के एक सक्रिय सदस्य की गिरफ्तारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की बड़ी कामयाबी है। बिहार की राजधानी पटना का मूल निवासी मोहसिन अहमद नामक आतंकी को दिल्ली के बाटला हाउस से गिरफ्तार किया गया। इसके पास से बरामद एक मोबाइल और दो लैपटाप की जांच में कट्टरता फैलाने से सम्बन्धित सामग्री भी मिली है। मोहसिन अफगानिस्तान और सीरिया में आईएस के कमाण्डरों के सम्पर्क में था।
वह इस आतंकी संघटन के लिए धन जुटाता था और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए आईएस की गतिविधियों को धार देने के लिए सीरिया और अन्य स्थानों पर भेजता था। मोहसिन के खतरनाक और नापाक इरादों को इसी से समझा जा सकता है कि वह किशोरों को वीडियो दिखाकर उन्हें आईएस की विचारधारा से प्रभावित करने की कोशिश कर रहा था। वह क्षेत्रीय लोगों से बच्चों को फ्री में पढ़ाने की बात कहता था जिसके चलते लोग अपने बच्चों को उसके पास भेज देते थे, लेकिन जब बच्चों ने अपने परिजनों से उसके वीडियो और आईएस की विचारधारा को बताया तो उनके कान खड़े हो गए।
इन बच्चों के अभिभावकों की ही शिकायत पर एनआईए ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इसकी जांच की और मोहसिन को गिरफ्तार कर लिया। मोहसिन जैसे न जाने कितने आतंकी समाज की मुख्यधारा से जुड़े हुए हमारे पास-पड़ोस में रह रहे हैं। जनता को इनकी गतिविधियों पर सतर्क नजर रखने की जरूरत है।
बाटला हाउस पहले से ही आतंकियों को लेकर चर्चा में रहा है और आज भी यह आतंकियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों को इस पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है। साथ ही समय- समय पर इसमें रहने वाले बाहरी लोगों की भी जांच होनी चाहिए। सरकार तो ऐसे अराजक तत्वों के प्रति सतर्क है ही लेकिन और सतर्क रहने की आवश्यकता है। जनता की सतर्कता बेहद अहम है। इसके लिए अपने आस-पास के लोगों पर पैनी नजर रखनी होगी।