हेयर टिप्स। सभी की इच्छा होती है कि उनके बाल बाउंसी, शाइनी और सॉफ्ट है। इसके लिए लोग तरह तरह के तकनीक का इस्तेमाल करते हैं। इन्हीं में से एक तकनीक है रिवर्स हेयर वॉशिंग। जी हां, जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि यह आम हेयर वॉश की तरह ही सिंपल है, बस इस प्रोसेस का तरीका उल्टा है। आमतौर पर जब हम शैंपू करते हैं तो पहले बालों में शैंपू करते हैं और उसके बाद कंडीशनर का इस्तेमाल करते हैं। जबकि रीवर्स हेयर वॉश तकनीक में पहले कंडीशनर का इस्तेमाल किया जाता है, उसके बाद बालों को शैंपू से धोया जाता है। बालों को बाउंसी, शाइनी और सॉफ्ट बनाने के लिए इन दिनों रिवर्स हेयर वॉश तकनीक काफी पॉपुलर हो रही है। .
दरअसल, जब हम पहले शैम्पू करते हैं तो गंदगी के साथ साथ बालों के नैचुरल ऑयल्स भी इनके साथ हट जाते हैं। जबकि नेचुरल ऑयल ही बालों को शाइन देने का काम करता है और इन्हें टूटने से प्रोटेक्ट करता है। शैंपू के बाद जब कंडीशनिंग किया जाता है तो बालों पर आर्टिफिशियल ऑयल्स की एक परत बन जाती है। इससे बाल तेजी से ऑयली हो जाते हैं और धीरे-धीरे उनकी नैचुरल शाइन भी खत्म होने लगती है। इस तरह बाल बेजान होने लगते हैंI
लेकिन जब हम रिवर्स हेयर वॉश तकनीक को अपनाते हैं और शैंपू से पहले बालों की कंडीशनिंग कर लेते हैं तो ये बालों के ऊपर एक प्रोटेक्टिव लेयर चढ़ा देता है, जिससे शैम्पू के बाद नैचुरल ऑयल्स को नुकसान नहीं पहुंचता। इस तरह बालों की शाइन और वॉल्यूम बनी रहती है।
अगर आपके बाल ऑयली हैं तो ये तरीका अपनाने से ना तो बाल बहुत जल्दी ऑयली होते हैं और ना ही फ्लैट दिखते हैं। बालों में प्रोडक्ट बिल्डअप भी कम पाया गया है। इसके अलावा ड्राई बालों में फ्रिज़ और स्प्लिट-एंड्स की समस्या को ये कंट्रोल करता है। हालांकि ड्राई हेयर में इस प्रक्रिया को ज्यादा नहीं करनी चाहिए। इसके अलावा, पतले और बेजान बालों पर भी रिवर्स हेयर वॉशिंग के काफी अच्छे रिज़ल्ट्स देखे गए हैं। पतले और बेजान बाल रिवर्स हेयर वॉशिंग के बाद ना सिर्फ ज़्यादा वॉल्यूम में नज़र आते हैं, बल्कि इनमें शाइन भी आता है।
रिवर्स हेयर वॉश में अमूमन कंडीशनर पहले और शैंपू बाद में इस्तेमाल किया जाता है। यदि आप हर दिन रिवर्स वॉशिंग करें तो आपको बालों से संबंधित समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है। मसलन, ड्राइनेस, फ्रिजीनेस आदि। ड्राई हेयर में ऐसी समस्याएं काफी दिख सकती हैं। इसलिए हफ्ते में एक बार रिवर्स हेयर वॉश करना बेहतर रहता है।