Manasarovar Yatra : कैलाश मानसरोवर यात्रा जून माह से अगस्त माह तक चलेगी। विदेश मंत्रालय के दौरान इस साल पांच बैच, जिनमें से प्रत्येक में 50 यात्री होंगे जो कि उत्तराखंड से लिपुलेख दर्रे को पार करते हुए यात्रा करेंगे। ऐसे ही 10 बैच, जिनमें से प्रत्येक में 50 यात्री होंगे, जो सिक्किम से नाथू ला दर्रे को पार करते हुए यात्रा करेंगे। इस आवेदन के लिए वेबसाइट खोल दी गई है। आवेदकों में से यात्रियों का चयन निष्पक्ष, कंप्यूटर से तैयार, यादृच्छिक (रैंडम) और लिंग-संतुलित चयन प्रक्रिया के माध्यम से किया जाएगा।
शुरू होगी 30 जून से यात्रा
हम आपको बता दें कि कैलाश मानसरोवर यात्रा 30 जून से शुरू होगी। यात्रा का संचालन प्रदेश सरकार और विदेश मंत्रालय के संयुक्त प्रयास से किया जाएगा। बताया गया है कि कैलाश मानसरोवर यात्रा कोविड महामारी के वजह से वर्ष 2020 से संचालित नहीं हो पाई थी। आपको बता दें कैलाश मानसरोवर यात्रा पांच साल बाद शुरू हो रही है।
प्रत्येक समूह 22 दिनों की करेगी यात्रा
कैलाश मानसरोवर यात्रा का संचालन उत्तराखंड की ओर से कुमाऊं मंडल विकास निगम करेगा। यह यात्रा दिल्ली से प्रारंभ होगी और पिथौरागढ़ के लिपुलेख मार्ग से संचालित की जाएगी। पहला समूह 10 जुलाई को लिपुलेख पास से होते हुए चीन में प्रवेश करेगा। अंतिम यात्रा समूह 22 अगस्त को चीन से भारत के लिए प्रस्थान करेगा। प्रत्येक समूह दिल्ली से प्रस्थान कर टनकपुर, धारचूला में एक-एक रात, गुंजी व नाभीढांग में दो रात रुकने के बाद (तकलाकोट) चीन में प्रवेश करेगा। कैलाश दर्शन के पश्चात वापसी में चीन से निकलकर बूंदी, चौकोड़ी, अल्मोड़ा में एक-एक रात रुकने के बाद दिल्ली पहुंचेगा। प्रत्येक समूह की 22 दिनों की यात्रा की जाएगी।
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