आधुनिक नियंत्रण कक्ष से रहेगी रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था पर नजर
अयोध्या। श्रीराममंदिर निर्माण के साथ-साथ रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था पर भी शासन-प्रशासन का फोकस है। श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा देते हुए किस तरह सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाए इस पर मंथन जारी है। इसी क्रम में रामजन्मभूमि क्षेत्र में एक मॉडर्न कंट्रोल रूम की स्थापना होने जा रही है। कंट्रोल रूम स्थापित होने के बाद एक ही जगह से संपूर्ण अयोध्या के सुरक्षा की मॉनीटरिंग संभव हो सकेगी। इसके लिए दुराही कुंआ के पास 12 हजार स्क्वायर मीटर जमीन चिह्नित भी की जा चुकी है। शीघ्र ही कंट्रोल रूम का निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दिसंबर 2023 तक भव्य गर्भगृह में रामलला के दर्शन का लक्ष्य तय किया है। इस बीच अयोध्या में भक्तों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। अनुमान है कि राममंदिर बन जाने के बाद प्रतिदिन एक लाख भक्त अयोध्या पहुंचेंगे। ऐसे में रामनगरी की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की तैयारी शुरू हो गई है। एक दिन पूर्व ही डीजीपी मुकुल गोयल की अध्यक्षता में श्रीराम जन्मभूमि स्थायी सुरक्षा समिति की बैठक में श्रीराम जन्मभूमि सहित पूरी अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंथन किया गया है। रामलला के दर्शन का समय बढ़ाने के साथ ही नया दर्शन मार्ग बनाने पर भी विचार हुआ है। साथ ही मॉडर्न कंट्रोल रूम स्थापित करने को लेकर भी चर्चा हुई है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार श्रीराम जन्मभूमि की सुरक्षा निगरानी के लिए अभी एक छोटा कंट्रोल श्रीराम जन्मभूमि पुलिस चौकी में बना है। यहीं से श्रीराम जन्मभूमि में लगे सीसीटीवी कैमरों की मॉनीटरिंग की जाती है। अब आधुनिक कंट्रोल रूम बनाने की तैयारी है। इसके लिए दुराही कुआं के पास 12 हजार स्क्वायर मीटर जमीन भी चिह्नित की जा चुकी है। यह मॉडर्न कंट्रोल रूम आधुनिक संसाधनों व सुरक्षा प्रबंधों से लैस होगा। पूरी अयोध्या में 389 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जिसमें अकेले 70 कैमरे श्रीराम जन्मभूमि क्षेत्र में हैं। अब इन सभी कैमरों की मॉनीटरिंग एक की कंट्रोल रूम से की जा सकेगी। जानकारी के अनुसार एटीएस, एसटीएफ व आईबी की यूनिट भी अयोध्या में स्थापित करने के लिए जमीन की तलाश जोरों पर की जा रही है। पीएस बटालियन के लिए जमीन चिह्नित की जा चुकी है।