Indian Navy: भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ाने के लिए अब एक और एक और युद्धपोत ‘महेंद्रगिरि’ समंदर में उतरकर दहाड़ लगाएगी। आपको बता दें कि टू फ्रंट वॉर की चुनौतियों के बीच स्वदेशी युद्धपोत महेन्द्रगिरी नेवी की शक्ति बढ़ाने को पूरी तरह से तैयार है। जिसकों आज लॉन्च किया जाना है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इसे वाइस प्रसिडेंट जगदीप धनखड़ मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में इसे लॉन्च करेंगे।
आपको बता दें कि महेन्द्रगिरी युद्धपोत की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये अत्याधुनिक सेंसर से लैस है और ये दुश्मन की आहट को काफी दूर से ही भांपने में सक्षम है। इसमें लगे टारपीडो लॉन्चर और रॉकेट लॉन्चर जहाज की पनडुब्बी रोधी क्षमताओं को बढ़ाएगा। इसके अलावा, महेन्द्रगिरी युद्धपोत दो रैपिड फायर बंदूक से लैस है, जो दुश्मन की हर साजिश को नाकाम करेगा।
दुश्मन की आहट को दूर से भांपने में सक्षम
युद्धपोत लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल से पूरी तरह लैस है और दुश्मन को एंटी-शिप क्रूज मिसाइलों और विमानों के संभावित खतरों से लड़ने में पूरी तरह से सक्षम है। इसकी लंबाई 149.02 मीटर लंबा है। 17.8 मीटर चौड़ा है और 2 गैस टर्बाइन लगी हैं। पोत में 2 मेन डीजल इंजन है और इसका वजन 6670 टन से अधिक है। इसके अलावा, 51 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगा।
भारत का नवीनतम युद्धपोत महेंद्रगिरि आज मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स में लॉन्च किया जाएगा। यह देश की रक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। महेंद्रगिरि, प्रोजेक्ट 17ए का सातवां और आखिरी जंगी जहाज है, जिसका नाम ओडिशा के पूर्वी घाट की पर्वत शृंखला के नाम पर रखा गया है।
जगदीप धनखड़ करेंगे लॉन्च
साल 2019 से लेकर 2023 तक 6 युद्धपोत लॉन्च किए गए हैं और इसमें महेन्द्रगिरी युद्धपोत 75 फीसदी इस्तेमाल उपकरण पूरी तरह से स्वदेशी हैं। 17 अगस्त को राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने कोलकाता में छठे युद्धपोत विंध्यगिरी को लॉन्च किया था। इसी कड़ी में अब सातवां युद्धपोत समुद्र में उतरने जा रहा है। जिसे वाइस प्रसिडेंट जगदीप धनखड़ मुंबई के मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड में इसे लॉन्च करेंगे।