Eam s jaishankar: भारतीय विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने नई दिल्ली में आयोजित नौवें भारतीय उद्योग परिसंघ भारत-एलएसी कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा कि वास्तव में लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देशों के साथ भारत के संबंधों को और बेहतर करने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में आए हैं, हमारे संबंध लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देशों से एक नई राह पर आगे बढ़े हैं।
विदेश मंत्री ने लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देशों में की गई यात्राओं का जिक्र करते हुए कहा कि लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई क्षेत्रों में 34 उच्च-स्तरीय यात्राओं के साथ उल्लेखनीय भागीदारी देखी गई है। आपको बता दें कि लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देशों में की गई यात्राओं में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की 6-6 यात्राएं हैं। जबकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मादी की चार यात्राएं शामिल हैं।
इससे पहले, भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर मैसूरु में आयोजित थिंक 20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि दुनिया को भारत के लिए तैयार करना और खुद को दुनिया के लिए तैयार करना। बैठक को लेकर जयशंकर ने कहा कि थिंक 20 में G20, आज की चुनौतियों, प्रमुख मुद्दों और समूह में हमारे फोकस पर एक आकर्षक चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि यूएनएससी के अंदर विभाजन के कारण जी20 पहले की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण है। जी 20 के सामने कई चुनौतियां हैं- कोविड का प्रभाव, यूक्रेन संघर्ष, ऋण संकट सहित मनमुटाव।