New Delhi: दिल्ली को स्मार्ट और स्वच्छ बनाने के लिए गुरुवार को नगरपालिका परिषद ने कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को मंजूरी दी। दिल्ली की अध्यक्षता बैठक में मंत्री प्रवेश वर्मा ने स्वच्छता, ऊर्जा, जल प्रबंधन और कर्मचारियों से जुड़ी योजनाओं को शामिल किया।
क्षतिग्रस्त जल मीटरों को स्मार्ट मीटरों में बदलने का प्रयास
उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल ने बैठक के बाद बताया कि 25 वर्षों के लिए 120 मेगावाट फर्म और डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी की खरीद को मंजूरी दी है। इससे क्षेत्र में अक्षय ऊर्जा में बढोतरी की उम्मीद और बिजली संकट से निपटारा किया जा सकेगा। राजस्व संग्रह को पारदर्शी, कुशल और परदर्शी बनाने के लिए मौजूदा मीटरों को बदलकर स्मार्ट एलटी और एचटी मीटर लगाए जाएंगे। यह 15,312 पुराने या क्षतिग्रस्त जल मीटरों को स्मार्ट मीटरों में बदला जाएगा।
हाइड्रोलिक हाई प्रेशर जेटिंग मशीनों की आवश्यकता
विभिन्न इलाकों में 33 केवी की पुरानी केबल लाइनों को बदला के निर्देश दिए गए ताकि बिजली आपूर्ति बाधित न हो। इसकी लागत 6.75 करोड़ रुपये है। जल निकासी व्यवस्था के लिए हाइड्रोलिक हाई प्रेशर जेटिंग मशीनें खरीदी जाएंगी। कुशक नाले से कॉपरनिकस मार्ग तक पुरानी सीवर लाइन को पुनः बिछाने की स्वीकृति दी गई है।
लोधी रोड स्थित सुनहरी नाले की डि-सिल्टिंग और सफाई का कार्य डीएमआरसी करेगा। राष्ट्रीय कार्यक्रमों और वीवीआईपी दौरों के दौरान शौचालय सुविधा सुनिश्चित करने के लिए तीन वर्षों की अवधि के लिए किराये पर अस्थायी शौचालय की व्यवस्था की जाएगी।
कई पदों के भर्ती नियम में होगा संशोधन
हर साल कुल बजट का एक प्रतिशत हिस्सा कला, संगीत और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए आवंटित किया जाएगा। जीपीआरए परियोजना के तहत सरोजिनी नगर और पिल्लनजी गांव क्षेत्र में जल पाइपलाइन का स्थानांतरण करने के लिए सुनिश्चित किया जाएगा। मकान आवंटन में पूर्व कर्मचारियों को छूट देने, चिकित्सा भत्ते की मंजूरी, आशुलिपिक, निजी सहायक, वाणिज्यिक अधिकारी, बढ़ई, डेंटल असिस्टेंट सहित कई पदों के भर्ती नियम संशोधित किए गए हैं।
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