SCO: भारत में 4 जूलाई को होगी एससीओ की बैठक, चीन के राष्ट्रपति होंगे शामिल

SCO Meeting in India: शंघाई कॉपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (एससीओं) की बैठक 4 जुलाई को होने वाली है जिसकी अध्‍यक्षता इस बार भारत कर रहा है। बता दें कि अभी तक एससीओ सचिवालय में इसके छह संस्थापक देशों के हॉल मौजूद थे लेकिन अब भारत का हॉल भी इस सचिवालय में शुरू हो गया है।

विदेशमंत्री ने किया नई दिल्‍ली भवन का उद्घाटन

भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने एससीओ सचिवालय में ‘नई दिल्‍ली भवन’ का उद्घाटन किया था। और इसे ‘मिनी इंडिया’ करार देते हुए कहा था कि इससे भारत की विशिष्ट संस्कृति को प्रदर्शित किया गया है। आपको भारत की कलात्‍मक परंपरा और सांस्‍कृतिक पहचान से रू-ब-रू कराने के लिए भवन को पूरे भारत के समृद्ध वास्‍तुशिल्‍प का कौशल का प्रतिनिधित्‍व करने वाले उत्‍कृष्‍ट पैटर्न और रूपांकनों के साथ तैयार किया गया है।

भारत की मेजबानी में होने वाले एससीओं की बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी शामिल होने वाले है। जिसकी आधिकारिक घोषणा चीन ने कर दी है। चीन के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आमंत्रण पर राष्ट्रपति शी जिनपिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के के द्वारा एससीओ की 23वीं परिषद प्रमुखों की बैठक में शामिल होंगे।

क्या है एससीओं बैठक
बता दें कि शंघाई कॉपरेशन ऑर्गेनाइजेशन एक प्रभावी आर्थिक और सुरक्षा संगठन है, जो दुनिया के सबसे बड़े अंतरक्षेत्रीय संगठनों में से एक है। एससीओ की शुरुआत साल 2001 में चीन के शंघाई में हुई थी। रूस, चीन, किर्गिस्तान, कजाखस्तान , ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान, इसके संस्थापक सदस्य देश हैं। साल 2017 में भारत और पाकिस्तान को भी इसका स्थायी सदस्य बनाया गया। इस साल एससीओ की अध्यक्षता भारत के पास है। गौरतलब है कि पहली बार भारत की अध्यक्षता में यह बैठक हो रही है। इससे पहले मंगलवार को बीजिंग स्थित एससीओ सचिवालय में नई दिल्ली हॉल का उद्घाटन किया गया।

 

 

 

 

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