Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारत की तरफ से पाकिस्तान आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर चलाए गए देश की शीर्ष सैन्य नेतृत्व ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को जानकारी दी। जहां मुख्य रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह, और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने राष्ट्रपति भवन में मुलाकात कर उन्हें ऑपरेशन की प्रगति और उपलब्धियों से अवगत कराया।
पीएम मोदी ने की सीसीएस की बैठक
इसी दौरान पीएम मोदी ने कैबिनेट समिति सुरक्षा (सीसीएस) की बैठक की अध्यक्षता की। जिसके दौरान इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए। इस बैठक के दौरान मौजूदा हालात में सुरक्षा स्थिति और आगे की रणनीतियों पर चर्चा की गई।
राष्ट्रपति भवन ने दी जानकारी
राष्ट्रपति मुर्मू और तीनों सेना प्रमुख की मुलाकात की जानकारी राष्ट्रपति भवन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर के दी। राष्ट्रपति भवन की ओर से कहना है कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और भी कई सेना के प्रमुख अधिकारी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की।
सशस्त बलों की सराहना
जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू को सेना प्रमुखों ने विस्तार से जानकारी दी। राष्ट्रपति मुर्मू ने आतंकियों का पनाहगाह पाकिस्तान और आतंक के खिलाफ भारत की जवाबी कार्रवाई को सफल और सटीक बनाने के लिए सशस्त्र बलों की वीरता और समर्पण की सराहना की। इस दौरान कई कड़े फैसले भी लिए जिसका पाकिस्तान पर बुरा असर पड़ा।
ऑपरेशन सिंदूर से दहल उठा पाकिस्तान
माना जाता है कि, 6 से 7 मई की दरमियानी रात को 1:05 बजे से लेकर 1:30 बजे तक सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। जानकारी देते हुए, 25 मिनट के इस ऑपरेशन में 24 मिसाइलों के जरिए नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। इन नौ ठिकानों में से पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में थे, वहीं चार पाकिस्तान में थे।
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