Operation Sindoor: भारतीय सेना की ऑपरेशन सिंदूर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हो चुकी है. ऐसे में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह मीडिया को संबोधित कर रहे हैं. इस दौरान विक्रम मिस्री ने कहा कि पहलगाम का आतंकी हमला अत्यधिक बर्बरतापूर्ण हमला था. इसका मुख्य उद्देश्य प्रतिकूल रूप से पर्यटन को प्रभावित करना था. हमले का यह तरीका जम्मू और कश्मीर और शेष राज्यों में सांप्रदायिक दंगे भड़काने का तरीका था और इसी का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने 7 मई 2025 की देर रात करीब डेढ़ बजे ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया.
आतंकियों से पाकिस्तान के संबंध हुए उजागर
विक्रम मिस्री ने आगे कहा कि “रेजिस्टेंस फ्रंट नामक एक समूह ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली है. यह समूह लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा है. इस हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात सामने आई है. 25 अप्रैल को UNSC की मीडिया रिलीज से TRF का जिक्र हटाने के लिए पाकिस्तान के दबाव को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए. पहलगाम आतंकी हमले ने पाकिस्तान के आतंकियों से संबंधों को उजागर कर दिया है.”
हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि हमारी इंटेलिजेंस ने इस टीम के योजनाकारों और हमलावरों की जानकारी जुटाई है. हमले के पीछे TRF का दावा है और LeT की तरफ से रीपोस्ट होना इस हमले के पीछे पाकिस्तान के हाथ होने के सबूत हैं. पाकिस्तान दुनियाभर में आतंकियों के शरण स्थल के लिए पहचान बना चुका है. हमारी खूफिया टीम ने जानकारी दी है कि आगे भी भारत के खिलाफ हमले हो सकते हैं”.
एयरस्ट्राइक को लेकर विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने दी जानकारी
इसके अलावा, विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने कहा कि ‘पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की ओर से ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था. इस दौरान 9 आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया गया और उन्हें सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया. उन्होंने कहा कि स्थानों का चयन नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान से बचाने और किसी भी नागरिक की जान को नुकसान से बचाने के लिए किया गया था.’
कर्नल सोफिया कुरैशी ने दिखाया बर्बाद हो चुके आतंकी ठिकानों का वीडियो
वहीं, आर्मी से कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि हमले के इन लक्ष्यों का चयन विश्वसनीय इंटेलिजेंस के आधार पर हुआ और ये ध्यान रखा गया कि इसमें किसी निर्दोष नागरिक को नुकसान न पहुंचे. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान द्वारा अधिकृत कश्मीर में सवाई नाला कैंप, जोकि लश्कर का ट्रेनिंग कैंप था. मुजफ्फराबाद में कैंप, जोकि जैश का ट्रेनिंग सेंटर है, टारगेट में शामिल थे. आतंकी स्थल मरकज सुभान अल्लाह, बहावलपुर, पाकिस्तान, जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को सेना ने निशाना बनाया. इनमें मुरीदके का शिविर भी शामिल है, जहां 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में शामिल आतंकवादियों अजमल कसाब और डेविड हेडली ने ट्रेनिंग ली थी.
इसे भी पढें:-‘हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व’, ऑपरेशन सिंदूर के सफलता पर बोले गृह मंत्री अमित शाह