नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने देश में जारी कोरोना की तीसरी लहर के बीच सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि वे मेडिकल ऑक्सीजन का कम से कम 48 घंटे का बफर स्टॉक रखें। इसके साथ ही ऑक्सीजन कंट्रोल रूम भी पुन: मजबूत करने को कहा। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से कहा कि उभरते हालात को देखते हुए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर मेडिकल ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाना चाहिए। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस बारे में पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि राज्य अपनी मेडिकल ऑक्सीजन सेवाओं व सुविधाओं का आकलन करें। यह उपलब्ध कराने वाले निजी संस्थानों की क्षमताओं का भी आकलन किया जाना चाहिए। पीक के समय मांग बढ़ने पर आपूर्ति बढ़ाने की रणनीति भी तैयार की जाए। स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि अस्पतालों में एलएमओ टैंकों को पर्याप्त रूप से भरा जाना चाहिए और उनकी रिफिलिंग के लिए निर्बाध आपूर्ति श्रृंखला सुनिश्चित की जानी चाहिए। देश भर में पीएसए संयंत्रों के साथ अस्पतालों को मजबूत किया गया है। इन संयंत्रों को पूरी तरह चालू रखना जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा है कि सभी जिलों को अपने यहां स्थित अस्पतालों में जीवन रक्षक उपकरणों, जिनमें वेंटिलेटर, बाइपेप, एसपीओ2 सिस्टम शामिल हैं, उभरती जरूरतों के अनुसार उपलब्ध हों, यह भी सुनिश्चित करना चाहिए।