लाइफ स्टाइल। कुछ लोग को पार्टी करना, नए लोगों से मिलना, अपनी पहचान बनाना और रोज नए दोस्त बनाना पसंद होता है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें सोशल होने, लोगों के साथ घुलने मिलने या पब्लिक प्लेस में बैठने में भी एंजाइटी महसूस होती है। ऐसे नेचर वाले लोग शर्मीले स्वभाव के इंसानों से अलग होते हैं। सोशल ऑकवर्ड नेचर वाले इन लोगों को पब्लिक स्पीकिंग में हिस्सा लेने या लोगों से आंख मिलाकर बात करने तक में दिक्कत आती है। ऐसे लोग को सोशल सिचुएशन में पसीना आने लगता है और वे लोगों से बात नहीं कर पाते। वे घबराहट भी महसूस करने लगते हैं। अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा होता है तो आप कुछ बातों को फॉलो कर खुद में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
प्रैक्टिस करें –
आप अकेले में खुद को अंजान इंसान मानकर बात करें और किसी भी टॉपिक पर बोलने का अभ्यास करें। टॉपिक बिलकुल सिंपल रखें। मसलन, आज का मौसम कितना अच्छा है, आज दफ्तर में बॉस का जन्मदिन है, क्या खाने का मन कर रहा है आदि।
नजर मिलाएं –
आप कोशिश करे कि लोगों की बातों को नजर मिलाकर सुनें। जब भी कुछ बोलें तो अपनी छोटी सी बात भी नजर उठाकर बताएं। ऐसा करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आपका बॉडी लैंगवेज सकारात्मक दिखेगा।
फोकस करें –
आप लोगों से सवाल करें और उनकी बातों को ध्यान से सुनते हुए फोकस करें। ऐसा करने से आप खुद को दूसरों से बेहतर तरीके से कनेक्ट करना जान पाएंगे। यही नहीं, इससे आप लोगों के साथ फ्लो में बातचीत कर पाएंगे।
रिलैक्स रहें –
हर इंसान को खुद की कमियों से बाहर निकलने का प्रयास अवश्य करना चाहिए। इसलिए आप भी पॉजिटिव रहते हुए खुद को रिलैक्स रखें और दूसरों की नकल करने की बजाये अपनी तरह रहें।
कंफर्ट ज़ोन से बाहर –
कई बार हम अपने कंफर्ट जोन से बाहर नहीं निकलना चाहते, जिस वजह से नए परिवेश में हमें दिक्कत होने लगती है। अगर आप भी ऐसा कर रहे हैं तो खुद को मोटिवेट करें और खुद में बदलाव लाने के लिए दोस्तों, परिवार की मदद लें।