गोरखपुर। दुनिया भर में वैज्ञानिकों के लिए चुनौती बने कोरोना की दवा बनाने का एक बार फिर से दावा किया गया है। यह दावा फाइजर कंपनी ने किया है। फाइजर कंपनी ने कहा है कि सिंगल डोज वाली इस दवा का लैब के अलावा मरीजों पर सफल परीक्षण किया गया है। खास बात यह है कि यह दवा 89 फीसदी असरदार पाई गई है। फाइजर के जिन वैज्ञानिकों की टीम ने इस दवा पर काम किया है, उसमें गोरखपुर के डॉ. देवेंद्र कुमार राय भी शामिल हैं। डॉ. राय यूएस की प्रमुख दवा कंपनी फाइजर में सीनियर साइंटिस्ट हैं। उनके साथ टीम में 20 से ज्यादा विभिन्न देशों के वैज्ञानिक काम कर रहे थे। डॉ. देवेंद्र का एक शोधपत्र साइंस पत्रिका ने दो नवंबर 2021 को प्रकाशित किया है। दवा का क्लीनिकल ट्रायल कोरोना के 389 गंभीर मरीजों पर किया गया है। इलाज के दौरान तीन मरीजों की मौत हुई और बाकी सारे मरीज ठीक हो गए। 385 गंभीर मरीजों का इलाज सामान्य दवा से किया गया तो 27 की मौत हुई थी। परीक्षण के बाद जो दवा विकसित की गई है उसकी पूरी खुराक पांच दिन की होगी। इसकी रोजाना दो टेबलेट (सुबह-शाम) मरीज को खाना होगा। इस दवा की खासियत यह है कि गंभीर संक्रमण होने के पांच दिन बाद भी दवा शुरू करने पर वह बीमारी को नियंत्रित कर देता है। डॉ. देवेंद्र के मुताबिक इस शोध ने कोरोना हो जाने की अवस्था में कोरोना केंद्रित दवा उपलब्ध होने का मार्ग प्रशस्त किया है। जल्द ही इस दवा के बाजार में उपलब्ध हो जाने की संभावना है। दवा से कोरोना महामारी के भय से जनमानस को मुक्ति मिल सकेगी।