सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर भव्य परेड, पीएम मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर दी श्रद्धांजलि 

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर पुष्पांजलि अर्पित की. साथ ही इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में उपस्थित लोगों को ‘‘एकता की शपथ” दिलाई. इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा,  “आज करोड़ों लोगों ने एकता की शपथ ली. हमने संकल्प लिया है कि हम ऐसे कार्यों को बढ़ावा देंगे जो राष्ट्र की एकता को मजबूत करें…हर नागरिक को ऐसे हर विचार या कार्य का त्याग करना चाहिए जो हमारे राष्ट्र की एकता को कमजोर करता हो. यह हमारे देश के लिए समय की मांग है…”

स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर भव्य एकता परेड आयोजित

पीएम मोदी केवड़िया में आयोजित भव्य परेड में भी शामिल हुए. ये परेड केवड़िया में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सामने आयोजित की गई. परेड में 16 राज्यों के पुलिस बल शामिल हुए. साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी कदम ताल करते हुए नजर आए.

परेड के दौरान अलग-अलग राज्य की झांकियां पेश की गई. राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में सांस्कृतिक उत्सव और सुरक्षा बलों का अद्भुत तालमेल दिखा जिसमें उनके कौशल, अनुशासन और वीरता का प्रदर्शन किया गया. केवड़िया में ये आयोजन दिल्ली के कर्तव्य पथ पर होने वाले गणतंत्र दिवस परेड की तर्ज पर किया गया.

लौह पुरुषकी 150वीं जयंती पर पीएम का नमन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा है, ”भारत सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता है. वे भारत के एकीकरण के पीछे प्रेरक शक्ति थे, और इस प्रकार हमारे राष्ट्र के प्रारंभिक वर्षों में इसके भाग्य को आकार दे रहे थे. राष्ट्रीय अखंडता, सुशासन और जनसेवा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी. हम एक अखंड, सशक्त और आत्मनिर्भर भारत के उनके दृष्टिकोण को बनाए रखने के अपने सामूहिक संकल्प की भी पुष्टि करते हैं.”

‘इतिहास में सच्चाई दर्ज होनी चाहिए’

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘असली लौह पुरुष को याद करते हैं, जिन्होंने पत्थर, चाकू और विभिन्न साजिशों का सामना किया, लेकिन कभी भी भारत की एकता से समझौता नहीं किया. इतिहास में सच्चाई दर्ज होनी चाहिए न कि कांग्रेस का तोड़-मरोड़कर पेश किया गया पक्ष. 86 वर्षों तक इस सच को राजनीतिक फायदे के लिए छिपाकर रखा गया. इतिहासकार रिजवान कादरी इसे सबके सामने लाए. यह इस बात की याद दिलाता है कि आजादी की लड़ाई के दौरान सरदार पटेल ने न सिर्फ अंग्रेजों से, बल्कि अंदरूनी धोखे से भी लड़ाई लड़ी थी.’

बीएसएफ के 16 वीरता पदक विजेताओं का सम्मान

परेड में सीआरपीएफ के पांच शौर्य चक्र विजेताओं और बीएसएफ के 16 वीरता पदक विजेताओं को भी सम्मानित किया गया, जिन्होंने झारखंड में नक्सल रोधी अभियानों तथा जम्मू कश्मीर में आतंकवाद रोधी अभियानों में असाधारण साहस का परिचय दिया. भारतीय वायु सेना ने ऑपरेशन सूर्य किरण के तहत फ्लाई-पास्ट पेश किया.

गृह मंत्री अमित शाह ने ‘रन फॉर यूनिटी’ को दिखाई झंडी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर दिल्ली के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम से ‘रन फॉर यूनिटी’ को झंडी दिखाई. इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सरदार पटेल के ऐतिहासिक योगदान को याद किया. उन्होंने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के बाद, ब्रिटिश शासकों ने देश को 562 रियासतों में विभाजित करके जाने का निर्णय लिया था. यह सरदार पटेल ही थे जिन्होंने अत्यंत कम समय के भीतर इन सभी 562 रियासतों का सफलतापूर्वक एकीकरण (Integration) कर एक आधुनिक और संयुक्त भारत का निर्माण किया. गृह मंत्री ने जोर देकर कहा कि आज हम जिस भारत का नक्शा देखते हैं, वह सरदार पटेल की दूरदर्शिता और अथक प्रयासों का ही परिणाम है.

इसे भी पढ़ें:-फोन-लैपटॉप का अधिक इस्तेमाल गंभीर बीमारियों को निमंत्रण, ऐसे करें बचाव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *