स्पोर्ट्स। पाकिस्तान की घटिया हरकत और छिछोरेपन से पूरा विश्व वाफिक है। हर बार पाकिस्तान अपनी घटिया हरकत से चर्चाओं में आ ही जाता है। खबरों की माने तो पाकिस्तान के इन हरकतों में आईएसआई का भी हाथ है। अभी लंदन से कार चुराने को लेकर पाकिस्तान की किरकिरी हो रही थी की अब उसने भारत से पंगा ले लिया। शायद पाक यह भूल गया है कि भारत की हनक विश्व स्तर पर और हर बार की तरह पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी।
बता दें कि भारतीय टीम के 23 वर्षीय होनहार पेसर अर्शदीप सिंह मौजूदा समय में एशिया कप 2022 के लिए संयुक्त अरब अमीरात में हैं। पिछले काफी समय से भारतीय टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे युवा तेज गेंदबाज का सिक्का बीते कल पाकिस्तान के खिलाफ कुछ खास नहीं चल पाया।
यही नहीं मैदान में वह क्षेत्ररक्षण के दौरान भी काफी ढीले नजर आए। आखिरी ओवरों में जब मैच नाजुक परिस्थिति में थी। उस दौरान उन्होंने पाक फिनिशर आसिफ अली का आसान कैच टपका दिया। अर्शदीप ने जब अली का कैच छोड़ा उस दौरान वह खाता भी नहीं खोल पाए थे। पाक बल्लेबाज ने मिले इस मौके के बाद महज आठ गेंदों में दो चौके और एक छक्का की मदद से 16 रनों की बेशकीमती पारी खेली और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। मैच के बाद सोशल मीडिया पर अर्शदीप सिंह तेजी से ट्रोल होने लगे और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर उनके नाम के साथ ‘खालिस्तानी’ ट्रेंड होने लगा है,
हालांकि आपको यह जानकर हैरानी होगी कि अर्शदीप सिंह के नाम के साथ खालिस्तानी ट्रेंड कराने के पीछे पाकिस्तान का हाथ है, जिसने इसकी शुरुआत की। कुछ पाकिस्तान फैन्स ने जीत के बाद अर्शदीप सिंह को आसिफ अली का कैच छोड़ने के लिए बधाई दी और लिखा कि खालिस्तानी भाई ने जो तोहफा दिया, उसके लिए धन्यवाद। वहीं पर कुछ अन्य पाकिस्तानी यूजर्स ने खुद को खालिस्तान समर्थक बताते हुए अर्शदीप सिंह को उसका ब्रैंड एंबेसडर करार दिया। पाकिस्तान की ओर से शुरू किए गए इस प्रोपेगैंडा में कुछ मूर्ख भारतीय यूजर्स भी शामिल हो गये, जिसके बाद ट्विटर यह तेजी से ट्रेंड होने लगा है। गौरतलब है कि अर्शदीप सिंह के उस कैच को छोड़ दिया जाए,
तो उन्होंने पूरे मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच जिताऊ गेंदबाजी की है, हालांकि भारत-पाकिस्तान मैच का दबाव इतना ज्यादा होता है कि किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए अपना संयम बरकरार रखना मुश्किल हो जाता है। यही नहीं उनके विकिपीडिया पेज पर खालिस्तान जोड़ दिया गया। खालिस्तान का नाम जोड़े जाने के मामले को लेकर सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय गंभीर हो गया है। मंत्रालय ने अब इस मामले में भारत में विकिपीडिया के अधिकारियों को समन जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। भारत-पाकिस्तान के रविवार के मैच के बाद अर्शदीप सिंह के विकिपीडिया पेज पर कई बदलाव किए गए थे, जो सार्वजनिक तौर पर नजर भी आ रहे थे,
हालांकि बाद में इसे सुधारा गया। जाहिर सी बात है विकिपीडिया भी पाकिस्तान की हरकतों को समझ गया होगा। सामने आई जानकारी के मुताबिक ऐसा ट्रेंड पाकिस्तान की ओर से चलाया गया। इसे लेकर भी यूजर्स ने आईपी अड्रेस और दूसरी डिटे्स साझा किए हैं। वहीं भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने लिखा, ‘अर्शदीप सिंह के खिलाफ पाकिस्तान और ISI द्वारा ट्विटर पर चलाए जा खालिस्तानी ट्रेंड की मैं कड़ी निंदा करता हूं। हर भारतीय अर्शदीप सिंह के साथ खड़ा है और भारत में सिखों को अलग-थलग करने की पाकिस्तान की नापाक कोशिश कभी कामयाब नहीं होगी।
बता दें कि इससे पहले पिछले वर्ष वर्ल्ड टी-20 के दौरान पाकिस्तान से हार के बाद मोहम्मद शमी को भी ऐसे ही निशाना बनाया गया था। उस मैच में भारत को पाकिस्तान से 10 विकेट से हार मिली थी। इस मैच में मोहम्मद शमी महंगे साबित हुए थे। उन्होंने 3.5 ओवर में 43 रन दिए। मुकाबले के बाद उनको सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया और अपमानजनक टिप्पणियां की गई थी। इसके भी तार पाकिस्तान से जुड़े होने की बातें सामने आई थीं।