Technology Share : हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, पारस डिफेंस और सोलर इंडस्ट्रीज जैसी ड्रोन कंपनियों के शेयरों में कुछ दिनों में भारी तेजी देखने को मिल रही है। यह बढ़ोत्तरी 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद से देखने को मिल रही है। हमारे देश में ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के स्वदेशी रूप से विकसित रक्षा और ड्रोन प्रणालियों की ताकत देखने को मिली है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने न केवल सीमा पार के प्रमुख एयरबेस को नष्ट किया, बल्कि पाकिस्तान द्वारा लॉन्च किए गए ड्रोन और मिसाइलों को भी सफलतापूर्वक ध्वस्त किया।
जानकारी जुटाने के लिए ड्रोन का उपयोग
वर्तमान समय में भारत समेत कई देश सीमा निगरानी और खुफिया जानकारी जुटाने के लिए ड्रोन का अत्यधिक तेजी से उपयोग कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, साल 2019 के पुलवामा हमले और इसके बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसी घटनाओं ने अभियानों में ड्रोन की बढ़ती भूमिका को और उजागर किया है। ऐसे में भारत और पाकिस्तान के तनाव ने एक बार फिर ड्रोन के महत्व को रेखांकित किया है।
निवेशक पोर्टफोलियो में जोड़ रहे ड्रोन स्टॉक्स
भारत सरकार ने कई घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग के माध्यम से अपनी देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत किया है। बढ़ते राजनीतिक तनाव के बीच, उम्मीद है कि भारत सरकार द्वारा रक्षा खर्च बढ़ाया जाएगा। विशेष रूप से ड्रोन टेक्नोलॉजी में। इसी दौरान बताया गया कि निवेशक तेजी से अपने पोर्टफोलियो में ड्रोन स्टॉक्स जोड़ रहे हैं। जानकारी के अनुसार, दो सप्ताह से भी कम समय में ड्रोन से जुड़े शेयरों में 50% तक का इजाफा हुआ है।
7 मई के बाद 50% तक बढ़े ड्रोन स्टॉक्स
माना जाता है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद ड्रोन स्टॉक्स की बढ़ती मांग के बीच आइडियाफोर्ज टेक्नोलॉजी का शेयर 50% बढ़कर 362 से 546 प्रति शेयर पर आ गया है। बढ़ते शेयर को देख जेन टेक्नोलॉजीज के शेयर ने भी शानदार रिटर्न दिया है। इस शेयर की कीमत 1,361 से बढ़कर 1,865 पहुंच गई है। इस तरह इसमें 37% की तेजी आई है। पारस डिफेंस के शेयरों ने इसी अवधि में 16% की वृद्धि दर्ज की है। सोलर इंडस्ट्रीज और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स सहित अन्य शेयरों में भी 7 मई से 10% तक की वृद्धि हुई है।
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