नई दिल्ली। किशोरों के टीकाकरण और हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ ही गंभीर बीमारी से पीडि़त 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता टीका लगाने की रूपरेखा पर राज्यों के साथ चर्चा करने के लिए केंद्र सरकार ने आज एक बैठक बुलाई है जो वर्चुअल माध्यम से होगी। 15 से 18 साल आयुवर्ग के किशोरों के कोरोना टीकाकरण के लिए एक जनवरी से पंजीकरण शुरू हो जाएगा। कोविन एप पर स्कूल के पहचान पत्र (आइडी कार्ड) से भी पंजीकरण का प्रविधान कर दिया गया है और साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने किशोरों के टीकाकरण के साथ-साथ हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स और गंभीर बीमारी से पीडि़त 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता डोज देने की गाइडलाइंस भी जारी कर दी हैं।
इन गाइडलाइंस के मुताबिक, किशोरों के टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर आनलाइन या टीकाकरण केंद्र पर आफलाइन दोनों तरह से पंजीकरण कराने की सुविधा उपलब्ध होगी। पंजीकरण के लिए कोविन पोर्टल पर वे अपने माता-पिता या अभिभावक की पहले से मौजूद आइडी से लागिन कर सकते हैं या फिर नए मोबाइल से ओटीपी के जरिये भी लागिन कर सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस में 15 से 18 साल के किशोरों को सिर्फ कोवैक्सीन लगाए जाने की बात कही गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जायकोव-डी को टीकाकरण अभियान में शामिल किया जा रहा है लेकिन इसकी सीमित आपूर्ति और लगाने की अलग विधि के कारण समय लग रहा है। उन्होंने आगे कहा कि कोवैक्सीन के अलावा कई अन्य टीकों का विभिन्न आयुवर्ग के बच्चों पर ट्रायल अंतिम चरण में है और डीसीजीआइ से हरी झंडी मिलने पर किशोरों के टीकाकरण में भी उसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे यह भी कहा है कि सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर सभी नागरिकों को टीके पूर्व की तरह मुफ्त में उपलब्ध होंगे लेकिन जो लोग टीकों के लिए भुगतान करने की सामर्थ्य रखते हैं, उन्हें निजी अस्पतालों के टीकाकरण केंद्रों का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।