वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में नव वर्ष के पहले ही दिन एक नया कीर्तिमान बन गया। काशी विश्वनाथ धाम में पहली बार 1001 शंखों की ध्वनि गूंजी। वाराणसी और काशी विश्वनाथ मंदिर के इतिहास में यह पहला मौका है, जब इतनी संख्या में वादकों ने एक साथ शंखनाद किया। इसके साथ ही सामूहिक शंखनाद का विश्व रिकॉर्ड कायम हो गया। इससे पहले कभी भी इतनी संख्या में एक बार शंखनाद नहीं हुआ था। धाम के लोकार्पण पर मास पर्यंत चलने वाले कार्यक्रमों के तहत संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में यूपी समेत कई राज्यों के लोगों ने हिस्सेदारी की। सामूहिक शंखनाद में कई स्थानीय कलाकार भी रहे। शंख वादकों में महिला और पुरूष दोनों रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने दीप प्रज्वलन से किया। वहीं शंख वादन के प्रतिभागियों को मानदेय के रूप में एक हजार रुपये और प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। पारंपरिक परिधानों में वादकों ने जब शंखनाद किया तो अद्भुत नजारा बन गया। नए साल के पहले दिन पर काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा है। शंखनाद के दौरान मंदिर परिसर में मौजूद शिवभक्तों ने हर-हर, बम-बम का उद्घोष किया।इस खास मौके पर धाम की निराली शोभा को देखकर हर मन हर्षित हो उठा। एक जनवरी को श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन द्वारा झांकी दर्शन के इंतजाम किए गए हैं।
बता दें कि 13 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद से ही दिव्य काशी-भव्य काशी कार्यक्रम के तहत हर रोज वाराणसी में कोई न कोई आयोजन हो रहा है। यह कार्यक्रम 14 जनवरी तक चलेंगे।