नई दिल्ली। भारत के नेतृत्व में ‘क्वाड’ के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक शुक्रवार को नई दिल्ली में हुई। इस बैठक की अध्यक्षता विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की। इस बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान के विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा ने भाग लिया। बैठक के बाद क्वाड देशों ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि हमारी आज की बैठक एक मुक्त और खुले इंडो पैसिफिक के लिए क्वाड देशों की प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है, जो कि समावेशी और लचीला है।
क्वाड के माध्यम से हम समकालीन चुनौतियों जैसे स्वास्थ्य सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और अक्षय ऊर्जा, अहम और उभरती प्रोद्योगिकियों, बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी जैसे मुद्दों पर सहयोग करना चाहते हैं। बैठक के दौरान कई देशों के कर्ज के जाल में फंसने और पारदर्शी और निष्पक्ष कर्ज की व्यवस्था, अंतरिक्ष में सहयोग, साइबर सुरक्षा, मेरीटाइम सिक्योरिटी और आतंकवाद के मुद्दे पर भी बातचीत हुई।
क्वाड देशों ने अपने संयुक्त बयान में आसियान देशों के साथ सहयोग बढ़ाने और एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाने की बात भी कही, जिसमें आसियान देशों की भी भूमिका होगी। मेरीटाइम में अंतरराष्ट्रीय कानून के पालन, जिसमें दक्षिणी और पूर्वी चीन सागर भी शामिल है, की बात कही गई है। यथास्थिति में किसी भी तरह का एकतरफा बदलाव के विरोध की बात भी कही गई।
बैठक के बाद क्या बोले विदेश मंत्री :-
बैठक के बाद ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि हमारी बैठक बहुत अच्छी रही। मैं डॉ. एस. जयशंकर को हमारी मेजबानी करने के लिए धन्यवाद देती हूं। रायसीना डायलॉग में बात करने के लिए क्वाड सदस्यों के लिए यह एक अच्छा अवसर था। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने कहा कि आज दिल्ली में क्वाड साथियों के साथ मिलकर अच्छा लगा। हम मानते हैं कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र 21वीं सदी में दुनिया की दिशा तय करेगा और इसकी शांति, स्थिरता और बढ़ती समृद्धि की रक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। इससे पहले सितंबर 2022 में न्यूयॉर्क में ‘क्वाड’ के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई थी।