16वीं जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने इटली के दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शनिवार को राजधानी रोम जाएंगे। इस दौरान वे पोप फ्रांसिस से भी मिलेंगे। यह मुलाकात 30 मिनट की होने वाली है। उम्मीद की जा रही है कि इस दौरोन कोविड-19 जैसे मामलों के संबंध में वैश्विक परिदृश्य पर चर्चा हो सकती है। इटली में प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने शुक्रवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी पहले पोप फ्रांसिस से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात करेंगे और उसके कुछ देर बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता होगी। श्रृंगला ने आगे बताया कि वेटिकन ने इस वार्ता के लिए कोई एजेंडा तय नहीं किया है। मेरा मानना है कि पंरपरा है कि जब पोप फ्रांसिस से चर्चा होती है तो कोई एजेंडा नहीं होता और हम इसका सम्मान करते हैं। मैं आश्वस्त हूं कि इस दौरान आम तौर पर वैश्विक परिदृश्य और उन मुद्दों को लेकर जो हमारे लिए महत्वपूर्ण है चर्चा में शामिल होंगे। जानकारी के अनुसार गोवा में विधानसभा चुनाव से पहले यह दौरा राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। क्योंकि गोवा में ईसाई समुदाय एक महत्वपूर्ण समर्थन आधार बनाता है। पार्टी नेताओं ने कहा कि राज्य में भाजपा के लिए समुदाय का वोट महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके समर्थन के बिना सरकार बनाना मुश्किल है। इसके अलावा रोमन कैथोलिक चर्च का केरल में भी प्रभाव है। ईसाई और मुसलमान राज्य की आबादी का लगभग आधा हिस्सा हैं और भाजपा एक मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में उभरने के लिए ईसाइयों का समर्थन पाने की इच्छुक है। बता दें कि केरल में भाजपा सफलता पाने में कामयाब नहीं हो पाई है। इस दौरे से भाजपा को देश के अन्य हिस्सों में भी चुनावी लाभ मिल सकता है।