UNESCO: जी20 समिट के बाद भारत को एक और कामयाबी हाथ लगी है. दरअसल, भारत पहली बार यूनेस्को की वैश्विक धरोहर समिति की अध्यक्षता और मेजबानी करने जा रहा है. यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधि विशाल वी वर्मा ने इसकी जानकारी दी. बता दें कि साल 2024 में भारत 21 से 31 जुलाई तक इस समिति की अध्यक्षता करेगा.
यह भारत को वैश्विक स्तर पर सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत स्थलों के संरक्षण और मान्यता में सक्रिय रूप से योगदान करने का अवसर प्रदान करेगा. खास बात ये है कि यह पहली बार होगा जब देश UNESCO की वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी का नेतृत्व और मेजबानी करेगा.
UNESCO का गठन
आपको बता दें कि यूनेस्को का पूरा नाम संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन है. यूनेस्को का गठन 16 नवंबर 1995 में हुआ था. इसका उद्देश्य दुनिया में कला, शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति में अंतरराष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास करना है. हालांकि पहले इसमें 44 देशों ने हिस्सा लिया था और इसी दिन 37 देशों ने यूनेस्कों के संविधान पर हस्ताक्षर किए जो 4 नवंबर 1946 को लागू हुआ.
UNESCO: इस समय यूनेस्को की स्थिति
आज के समय में यूनेस्को के कुल 193 सदस्य देश हैं और 11 सहयोगी सदस्य भी हैं. वहीं, फ्रांस के पेरिस स्थित विश्व धरोहर केंद्र में इसका मुख्यालय है. इसके साथ ही 53 क्षेत्रीय कार्यालय और 199 देशों के राष्ट्री आयोग इसके वैश्विक घोषणापत्र को लागू करते हैं.
UNESCO के तत्वाधान में मनाए जाते हैं 40 अंतरराष्ट्रीय दिवस
आपको बता दें कि यूनेस्को के तत्वाधान में कुल 40 अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाए जाते हैं. इनमें कुछ प्रमुख नाम 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस, 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस, 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस और 18 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय दिवस शामिल हैं. साथ ही यूनेस्को की विरासत सूची में भारत के भी कई ऐतिहासिक इमारत और पार्क शामिल हैं. वहीं, दुनियाभर के 332 अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संगठनों के साथ यूनेस्को के संबंध हैं.
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